अधिकार देकर किसी मंत्री को बातचीत के लिए भेजेंगे तभी किसान के साथ बातचीत करके हल निकल सकता है. ये बात राकेश टिकैत ने कही. उनका कहना है कि कृषि मंत्री से बातचीत का कोई फायदा नहीं है क्योंकि उनके पास पावर नहीं है. राकेश टिकैत से बात की हमारे संवाददाता रवीश रंजन शुक्ला ने.