मैनकाइंड फार्मा के मैनेजिंग डायरेक्टर और वाइस चेयरमैन राजीव जुनेजा (Rajeev Juneja) ने कहा कि दिल से भावनाओं के बिना सेवा नहीं की जा सकती. हमारा एक दर्शन है कि 'तर्क' महान है लेकिन अंत में यह दिल के बारे में है. पिछले साल हमने सोचा था कि हमें उन लोगों की मदद करनी चाहिए जो पूरे समाज की मदद कर रहे हैं- डॉक्टर और नर्स, इसलिए हमने वहां योगदान दिया. मेरी पत्नी आधी सिख हैं. सिखों की निस्वार्थता प्रभावशाली है. अगर मैं अपने बेटे से अपने जूते पॉलिश करने या फर्श साफ करने के लिए कहूं, तो वह कहेगा, 'पिताजी, आप क्या कह रहे हैं?' लेकिन वही बेटा गुरुद्वारे में 'सेवा' करेगा. गुरुद्वारों में ऐसा ही माहौल है. यह सबसे अहंकारी व्यक्तियों को भी बदल देता है. इससे भी अधिक अहम बात यह है कि वे आपको गरिमा और अनुग्रह के साथ भोजन प्रदान करते हैं और वे आपकी जाति, वर्ग को भी नहीं देखते हैं.