महाराष्ट्र सरकार ने दावा किया था कि 2019 तक वह राज्य को सूखा मुक्त कर लेगी, लेकिन जो विराट योजना बनाई गई, वह राज्य के 40 फ़ीसदी इलाक़ों की प्यास बुझाने में नाकाम है. लोग कह रहे हैं कि ये योजना सही ढंग से लागू नहीं की गई. इस सूखे में अगर कोई एक चीज फल-फूल रही है तो वो है टैंकरों का धंधा. लेकिन इससे भी लोगों की प्यास नहीं बुझ रही. हालत ये है कि गांवों के कुएं सूखे हुए हैं और जिन एकाध कुओं की तलछट पर पानी आ रहा है, वहां वो बिल्कुल कीचड़ सना पानी आ रहा है.