जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों का अनुभव अच्छा रहे, इसके लिए टैक्सी ड्राइवरों को जर्मन, फ्रेंच, अरबी, रूसी और अंग्रेजी बोलने की ट्रेनिंग दी जा रही है. सिर्फ भाषा ही नहीं साफ सफाई और विदेशी मेहमानों से व्यवहार कैसा हो, यह तरीका भी पर्यटन मंत्रालय द्वारा सिखाया जा रहा है.