महाराष्ट्र में 8000 रेजिडेंट डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. उनका कहना है कि हमें दिल्ली, यूपी और बिहार से भी कम स्टायपेंड मिलता है. हॉस्टल के एक कमरे में पांच लोग रहते हैं, चूहे घूमते हैं, कई बार तो मरीज़ के बेड पर ही सोना पड़ता है. उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से सुधार की मांग कर रहे थे, हड़ताल की चेतावनी दे रहे थे, लेकिन सरकार की ओर से सिर्फ़ आश्वासन ही मिला.