फेसबुक ने डेटा लीक किया है,इसे लेकर उस भारत में बहस हो रही है जो बिना सोचे समझे लाइन में लगकर आधार कार्ड बनवा रहा है. जहां लोग न प्राइवेसी का मतलब समझते हैं और न डेटा की डकैती का खेल. आधार नंबर का डेटा पांच फुट चौड़ी और 13 फीट ऊंची दीवार के बीच सुरक्षित है, इसे कोई भेद नहीं सकता, ऐसा दावा करने वाली सरकार के पास अगर सुरक्षा के इतने ही मज़बूत इंतज़ाम है तो क्या वह बता सकती है कि उसने लोगों की निजी जानकारी को चुराने के कौन से मामले पकड़े हैं.