कांग्रेस के भीतर असंतोष के सुर दबने का नाम नहीं ले रहे.असंतुष्ट नेता (Disgruntled Congress leaders) शनिवार को जम्मू में एकजुट हुए. कार्यक्रम में कपिल सिब्बल (Kapil Sibal) ने कहा, गुलाम नबी आजाद ( Ghulam Nabi Azad) जब से राजनीति में आए, तब से कोई ऐसा मंत्रालय नहीं है, जिसमें वह मंत्री न रहे हों, लेकिन यह समझ में नहीं आता कि कांग्रेस उनके अनुभव का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रही है. कोई ऐसा नेता नहीं है, जिन्हें वह व्यक्तिगत तौर पर नहीं जानते हैं. इसलिए हम यहां पर उपस्थित हुए हैं. जिस मजबूती के एक चित्र गुलाम नबी आजाद जी है, वही मजबूती हम कांग्रेस को देना चाहते हैं. राज बब्बर ने जी-23 को गांधी-23 का नाम दिया. यह जी-23 कांग्रेस की मजबूती चाहती है. पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने कहा कि हम चाहते हैं कि कांग्रेस से नई पीढ़ी के लोग जुड़ें और पार्टी मजबूत दिखे.राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा, लोकसभा सांसद मनीष तिवारी, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा और अभिनय से राजनीति में आए राजबब्बर शामिल थे.