देस की बात रवीश कुमार के साथ : चांद से पहले बैंक, अस्पताल तो पहुंच जाएं

चांद पर पहुंचने से पहले लोग बैंक और अस्पताल पहुंच जाएं तो गनीमत है. इन तस्वीरों को दिखाने का मतलब और मकसद यही है कि पता चले कि हमने हेडलाइन बनवाने के लिए जितनी तैयारी की है वो काफी नहीं है. अभी भी हमारी स्वास्थ्य सेवा या अन्य सुविधा आसानी से आम लोगों तक नहीं पहुंच पायी है. और खटिया पर ले कर आना बताता है कि हमारी व्यवस्थाएं अभी कितना ठीक होना बाकि है.

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