दिल्ली और उसके आस-पास के इलाके में पर्यावरण इमरजेंसी या आपातकाल है. यह कहना है अतिश्योक्ति नहीं होगी क्योंकि लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल हो रहा है और ऐसा नहीं है कि ये अचानक हो गया है. ये साल दर साल बढ़ता रहा है. इसके लिए चेतावनी भी दी गई लेकिन हर साल जब ये समय आता है तब हालात वैसे ही बने रहते हैं. ऐसे में केवल ऑड ईवन से दिल्ली की इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता.