पहले जीएसटी (Goods and Services Tax) और बाद में लॉकडाउन की वजह से जहां कपड़ा बाज़ार (Garment Industry) में व्यापार मंदा चल रहा था तो वहीं अब दीवाली से पहले बाज़ार में कुछ सुधार देखने मिल रहा है. अब भी बाज़ार की हालत पूरी तरह नहीं सुधरी है लेकिन पहले से हालात बेहतर होते दिख रहे हैं. दीवाली से पहले कपड़ा बाजर खुलने लगे हैं और पहले के मुकाबले खरीदारी में भी बढ़ोतरी हो देखने को मिल रही है.