कभी बाल मजदूर थे मल्लेश्वर राव.. और आज उन्होंने कोरोना योद्धा कहा जाता है. मल्लेश्वर ने कोरोना की पहली लहर में भूखे लोगों का पेट भरने के लिए बड़ा अभियान चलाया था. वे होटल और रेस्टोरेंट में बचे हुए खाने को फेंकने के बजाय भूखे लोगों तक पहुंचाते हैं. कोरोना की दूसरी लहर में उन्होंने जरूरतमंदों तक ऑक्सीजन पहुंचाई. आइये जानते हैं मल्लेश्वर राव की कहानी..