ये आयुर्वेदिक दवाओं की इमेज बदलने जैसा है. इस गुफ़ा में आयुर्वेदिक दवाओं को बनाने की प्राचीन और परम्परागत विधि को दिखाया गया है, लेकिन अब इसे पत्थर की सिल बट्ट से कूट-पीस कर नहीं बल्कि अत्याधुनिक मशीनों की कसौटी पर कस कर बनाया जाता है. पतंजलि परिसर की इस इमारत में ये बताने की कोशिश की गई है. बाबा रामदेव का मक़सद आयुर्वेद को दुनिया में अंग्रेज़ी दवाओं जैसी मान्यता दिलाने की है.