चेंचू जनजाति की महिलाओं को समुदाय के सदस्यों द्वारा उनके घर वन अभ्यारण्य से एकत्र किए गए मधुमक्खियों के मोम का उपयोग करके मोमबत्तियां बनाने का प्रशिक्षण दिया गया है. एनडीटीवी-डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया आपके लिए राज्यलक्ष्मी की कहानी लेकर आया है, जो अपोलो फाउंडेशन द्वारा प्रशिक्षित चेंचू जनजाति की 30 महिलाओं में से एक है. दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करने वाली राज्यलक्ष्मी अब 10,000 रुपये प्रति माह कमाती हैं.