29 साल की अर्चना द्विवेदी, जो लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में नर्सिंग अधिकारी हैं, लोगों से आग्रह कर रही हैं कि वे स्थिति की गंभीरता को समझें और कोविड-19 को हल्के में न लें. वे कहती हैं कि नर्सों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर काम का ज्यादा दबाव है. हर किसी को कोविड-19 के मानदंडों का गंभीरता से पालन करना चाहिए. उन्होंने बताया कि वे बीते 7 महीने से घर नहीं गई हैं और अस्पताल में हालात बहुत कठिन हैं. उन्होंने कहा "संकट के इन समय में अपने आप को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें."