कोविड से ठीक होने के बाद भी लोग कई तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं, जिसमें एक बड़ी दिक्कत है ब्लड क्लोटिंग की. हमने पहले और खासकर दूसरी लहर में देखा कि कई मरीजों में ब्लड क्लोटिंग हुई और कई लोगों को दिल के दौरे, ब्रेन स्ट्रोक और पैरालिसिस भी झेलने पड़े. हालांकि तीसरी लहर में बच्चों में भी ब्लड क्लोटिंग के मामले बढ़े हैं. आइए जानते हैं कि इसकी क्या वजह है और इससे बचने के लिए क्या किया जा सकता है.