चंद्रयान-2 के लिए आखिरी के 15 मिनट क्यों हैं सबसे मुश्किल?
प्रकाशित: सितम्बर 06, 2019 09:41 PM IST | अवधि: 1:16
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चांद की ओर इसरो का मिशन चंद्रयान 2 (Chandrayaan-2) अब तक के सबसे जटिल दौर से गुज़रने को तैयार है. शुक्रवार और शनिवार की आधी रात चंद्रयान से निकला विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने जा रहा है. इसरो के वैज्ञानिकों के लिए पंद्रह मिनट इस मिशन (Chandrayaan-2) की सबसे बड़ी चुनौती रहेंगे, क्योंकि विक्रम लैंडर और उसमें रखे गए प्रज्ञान रोवर को बिना किसी नुकसान के चांद की सतह पर उतारना है. इस छोटे से अंतराल को 15 Minutes of Terror यानी डर से भरे पंद्रह मिनट भी कहा जा रहा है.इलसकी लैंडिंग में कुल 15 मिनट लगेंगे. इसरो ने चांद की सतह पर उतरने से जुड़ा ये अभियान पहले कभी अंजाम नहीं दिया.