प्राइम टाइम : महिलाओं के सम्मान को लेकर हम कितने फिक्रमंद?
प्रकाशित: अप्रैल 24, 2018 09:00 PM IST | अवधि: 29:09
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जिस देश और समाज में बात बात में औरतों को मार देना आसान हो, वहां औरतों के खिलाफ होने वाली हिंसा को लेकर हम कभी ईमानदार हो ही नहीं सकते हैं. बलात्कार की घटना के प्रति कई बार हम इतने सामान्य हो जाते हैं कि फर्क ही नहीं पड़ता और कई बार इतना गुस्सा हो जाते हैं कि बहुत से लोग फांसी की बात करने लगते हैं.