- देहरादून में मूसलाधार बारिश ने पिछले रेकॉर्ड तोड़ दिए हैं. 74 साल बाद दून घाटी में ऐसी बारिश
- शहर की रिस्पना और बिंदाल नदियां उफान पर हैं, जिससे कई रिहायशी इलाके पानी में डूब गए हैं
- उत्तराखंड के कई जिलों में रेड अलर्ट. केदारनाथ यात्रा को भी 14 अगस्त तक स्थगित कर दिया गया है
उत्तरकाशी के धराली में सैलाब के बाद उत्तराखंड में कुदरत का रौद्र रूप जारी है. लगातार भारी बारिश से पहाड़ से मैदान तक बुरा हाल है.राजधानी देहरादून पानी पानी हो गई. सोमवार को दून में बारिश ने 74 साल का रेकॉर्ड तोड़ा. पिछले 24 घंटे में देहरादून में 200 मिमी बारिश हुई है. 1951 के बाद दून घाटी ने ऐसी मूसलाधार बारिश देखी है. देहरादून में नदी-नाले उफान पर हैं. शहर के बीचोबीच बहने वाली रिस्पना और बिंदाल नदियां डरा रही हैं. पानी सड़क तक आ गया है. उनके किनारे बने मकान खतरे की जद में हैं. आईटी पार्क और सहस्त्रधारा रोड नाले में बदली दिखाई दे रही है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हैं. मालदेवता में भी बुरा हाल है. कभी जिस देहरादून में नहरों के जाल के कारण बरसाती पानी नहीं रुकता था, वहां अब रिहायशी इलाकों पानी में डूबे हुए हैं. देखिए देहरादून का क्या है हाल...
उत्तराखंड के मौसम पर बड़े अपडेट
- केदारनाथ यात्रा 14 अगस्त तक स्थगित की गई
- बारिश से बदरीनाथ और यमुनोत्री हाइवे भी बंद
- हरिद्वार, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर और बागेश्वर जिलों के कुछ स्थानों पर मूसलाधार बारिश का रेड अलर्ट
- बाकी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी
- अगले 4 दिनों तक पूरे राज्य में तेज बारिश की चेतावनी
रिस्पना नदी का हाल देखिए
देहरादून में देखिए कुदरत ने कैसे मचाया कोहराम
देहरादून में भारी बारिश ने तबाही मचाई है. लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से शहर की नदियों और नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है. प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है. सोमवार सुबह से शुरू हुई भारी बारिश के कारण पटेल नगर में दो मकान और गोविंदगढ़ पुल के पास लक्ष्मण चौक पर एक मकान ढह गया.
दून में कहां से आया इतना पानी?
बारिश देर शाम तक जारी रही, लेकिन राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, इस दौरान कोई जनहानि नहीं हुई.
शहर की सड़कों और कॉलोनियों में जलभराव की स्थिति बन गई है, जबकि नदी-नाले उफान पर हैं. मसूरी के पास जंगलों में बादल फटने की आशंका जताई जा रही है, जिससे देहरादून के नदी-नालों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है और सड़कों पर पानी का तेज बहाव देखा जा रहा है.
रिहायशी इलाकों में भी घुसा पानी
प्रियदर्शनी एंक्लेव में हालात बदतर हैं, जहां लोगों के घरों में तीन से चार फीट तक पानी भर गया है. डाइनिंग रूम, ड्रॉइंग रूम, किचन और बेडरूम तक पानी पहुंचने से सामान को भारी नुकसान हुआ है. लोग 6-7 मोटर पंपों की मदद से घरों से पानी निकालने की कोशिश कर रहे हैं.
राजपुर रोड, ईश्वर विहार, कैनाल रोड, मलिक चौक, ब्रह्मवाला और धोरान जैसे क्षेत्रों में लगभग आधा दर्जन स्थानों पर पेड़ उखड़ गए, जिन्हें हटाने का काम जारी है. नेहरूग्राम, किशनपुर, कैनाल रोड, नत्थनपुर, गुच्चुपानी, माजरा, राज्य विधानसभा भवन क्षेत्र, बिंदल बस्ती, पटेल नगर और कालीदास रोड सहित करीब एक दर्जन कॉलोनियों में गंभीर जलभराव की समस्या सामने आई है. प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में जुटा है, और लोगों से नदी-नालों से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है.