उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (Uttar Pradesh STF) ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का फर्जी विशेष कार्याधिकारी (OSD) तथा शासन के विभिन्न विभागों के अधिकारी बनकर फर्जी जांच की धौंस दिखाकर कथित रूप से ठगी और जबरन धन उगाही करने वाले गिरोह के सरगना समेत चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है. सरगना सचिवालय का पूर्व सहायक समीक्षा अधिकारी है. पुलिस के अनुसार, चारों आरोपियों के खिलाफ पुलिस आयुक्तालय लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में अभियोग पंजीकृत कराने की कार्यवाही की जा रही है.
पुलिस मुख्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, एसटीएफ ने कन्नौज के प्रमोद कुमार दुबे, लखनऊ के अतुल शर्मा व प्रदीप कुमार श्रीवास्तव और बहराइच के राधेश्याम कश्यप को शुक्रवार को शाम करीब चार बजे लखनऊ के एनेक्सी भवन के पास से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस बल ने आरोपियों के कब्जे से 14 मोबाइल फोन, विभिन्न कंपनियों के 22 सिम कार्ड, सहायक समीक्षा अधिकारी का परिचय पत्र, उत्तर प्रदेश के विभिन्न विभागों के अधिकारियों की सूची समेत कई चीजें बरामद की हैं.
खुद को मुख्यमंत्री का ओएसडी बताकर ठगी करने वाला गिरफ्तार
एसटीएफ के अनुसार, यह सूचना काफी दिनों से मिल रही थी कि एक गिरोह द्वारा मुख्यमंत्री का ओएसडी बनकर अलग-अलग नामों से जांच की धमकी देकर धन उगाही की जा रही थी. इस गिरोह के खिलाफ कई मामले भी दर्ज हुए थे. सटीक सूचना के आधार पर एसटीएफ ने चारों को गिरफ्तार कर लिया.
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