उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में आत्महत्या के लिए उकसाने और बाल श्रम कानून के उल्लंघन के आरोपी भदोही से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक जाहिद बेग ने बृहस्पतिवार को एक स्थानीय अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि बेग को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
इस बीच, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बेग का नाम लिए बिना लखनऊ में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए इस घटना पर कहा, “यह घटना दुखद है. कोई भी नहीं चाहेगा कि उनके घर पर ऐसी घटना हो. उन्हें (जाहिद बेग) इसलिए परेशान किया जा रहा है क्योंकि वह समाजवादी पार्टी से हैं और दूसरी बात यह कि इससे भाजपा को हिंदू-मुस्लिम विभाजन पैदा करने में फायदा होगा. यह सपा को बदनाम करने की भाजपा की रणनीति है.”
विधायक बेग ने अदालत में पेश होने के बाद पुलिस वैन में ले जाए जाने के दौरान संवाददाताओं से कहा, “पुलिसकर्मियों ने मुझ पर हमला किया है... मैं कोई गुंडा या बदमाश नहीं हूं. मुझे नहीं पता कि किसके निर्देश पर और क्यों यह सब किया जा रहा है.”
बेग के वकील मजहर शकील ने बताया कि विधायक ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया गया है.
इस वर्ष नौ सितंबर को विधायक जाहिद बेग के घर में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली 17 वर्षीय एक लड़की का शव स्टोर रूम में फंदे से लटका हुआ पाया गया था, जिसके अगले ही दिन भदोही पुलिस और श्रम प्रवर्तन विभाग के कर्मियों द्वारा की गई छापेमारी के दौरान विधायक से 17 वर्षीय एक अन्य नौकरानी को मुक्त कराया गया था.
दोनों मामलों में विधायक के परिवार पर बंधुआ मजदूरी करवाने और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों में मुकदमा दर्ज किया गया था.