योगी सरकार में क्या जुड़ेंगे नए चेहरे, मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सुगबुगाहट हुई तेज- सूत्र

बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने यूपी बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है. कहा जा रहा है कि पार्टी के ज़िला अध्यक्षों को लेकर चर्चा हुई. इसके साथ संभावित मंत्रियों के नामों पर भी मंथन हुआ है.

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इस बार मंत्रिमंडल का विस्तार यूपी विधानसभा चुनाव के हिसाब से किया जाएगा.
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल का जल्द ही विस्तार हो सकता है. इस बारे में आपसी विचार-विमर्श शुरू हो गया है. कहा जा रहा है कि यूपी चुनाव से पहले ये आख़िरी विस्तार होगा. इस बार पिछड़े और दलित समाज से कुछ चेहरों को सरकार में जगह मिल सकती है. सूत्रों के अनुसार यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद इसपर फ़ैसला हो सकता है. अभी मंत्रिमंडल में 6 जगह ख़ाली हैं. योगी सरकार 2.0 का ये दूसरा विस्तार होगा. 

तेज हुई सुगबुगाहट

  • बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने कुछ दिन पहले ही इसे लेकर काम शुरू किया है. 
  • सीएम योगी और सूबे के उप मुख्यंत्रियों से मिल चुके हैं तावड़े
  • अभी मंत्रीमंडल में कुल छह जगह खाली हैं.
  • कहा जा रहा है कि कुछ पुराने चेहरों को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. 

बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े ने महाकुंभ में स्नान करने के बाद सरकार से लेकर संगठन पर होम वर्क किया. उन्होंने यूपी बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की. कहा जा रहा है कि पार्टी के ज़िला अध्यक्षों को लेकर चर्चा हुई. इसके साथ संभावित मंत्रियों के नामों पर भी मंथन हुआ. सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक से भी तावड़े ने भेंट कर इसपर चर्चा की. तावड़े ने इसके अलावा वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से कई मुद्दों पर बातचीत की. पार्टी के संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े के बीच लंबी बैठक हुई. 

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यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्रियों की सूची

मंत्रियों के नामपदकौन-कौन से विभाग
योगी आदित्यनाथ    सीएमनियुक्ति, कार्मिक, गृह, सतर्कता, आवास एवं शहरी नियोजन, राजस्व, खाद्य एवं रसद, नागरिक आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, भूतत्व एवं खनिकर्म, अर्थ एवं संख्या, राज्य कर एवं निबन्धन, सामान्य प्रशासन, सचिवालय प्रशासन,  गोपन, सूचना, निर्वाचन, संस्थागत वित्त, नियोजन, राज्य सम्पत्ति, उ0प्र0 पुनर्गठन समन्वय, प्रशासनिक सुधार, कार्यक्रम कार्यान्वयन, अवस्थापना, भाषा, अभाव सहायता एवं पुनर्वास, लोक सेवा प्रबन्धन, किराया नियंत्रण, प्रोटोकॉल, सैनिक कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल, नागरिक उड्डयन, न्याय एवं विधायी, धर्मार्थ कार्य, लोक निर्माण विभाग
केशव प्रसाद मौर्य    उप मुख्यमंत्रीग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम्य विकास तथा ग्रामीण अभियंत्रण, खाद्य प्रसंस्करण, मनोरंजन कर एवं सार्वजनिक उद्यम तथा राष्ट्रीय एकीकरण
ब्रेजेश पाठकउप मुख्यमंत्रीचिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण व मातृ एवं शिशु कल्याण
सुरेश कुमार खन्नाकैबिनेट मंत्रीवित्त एवं संसदीय कार्य
सूर्य प्रताप शाही    कैबिनेट मंत्रीकृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान
स्वतंत्र देव सिंहकैबिनेट मंत्रीजल शक्ति तथा बाढ़ नियंत्रण
बेबी रानी मौर्यकैबिनेट मंत्रीमहिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार
लक्ष्मी नारायण चौधरीकैबिनेट मंत्रीगन्ना विकास एवं चीनी मिलें
जयवीर सिंह    कैबिनेट मंत्रीपर्यटन एवं संस्कृति
धर्मपाल सिंहकैबिनेट मंत्रीपशुधन एवं दुग्ध विकास, राजनैतिक पेंशन
नन्द गोपाल गुप्ता    कैबिनेट मंत्रीऔद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई और निवेश प्रोत्साहन
अनिल राजभरकैबिनेट मंत्रीश्रम एवं सेवायोजन, समन्वय
राकेश सचानकैबिनेट मंत्रीसूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग
अरविन्द कुमार शर्माकैबिनेट मंत्रीनगर विकास, शहरी समग्र विकास, नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन, ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत
योगेन्द्र उपाध्याय    कैबिनेट मंत्रीउच्च शिक्षा
आशीष पटेलकैबिनेट मंत्रीप्राविधिक शिक्षा, उपभोक्ता संरक्षण एवं बॉंट माप
संजय निषादकैबिनेट मंत्रीमत्स्य
ओम प्रकाश राजभरकैबिनेट मंत्रीपंचायती राज, अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज
दारा सिंह चौहान    कैबिनेट मंत्रीकारागार
सुनील कुमार शर्मा    कैबिनेट मंत्री इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी
अनिल कुमारकैबिनेट मंत्रीविज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

कौन होगा नया अध्यक्ष?

भूपेन्द्र चौधरी की जगह यूपी बीजेपी का नया अध्यक्ष कौन होगा? किस बिरादरी के नेता को ये ज़िम्मेदारी दी जा सकती है. इसके हिसाब से भी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. चौधरी जाट समाज से हैं. यूपी में बीजेपी ने इसी बिरादरी को अपना बनाने के लिए आरएलडी से गठबंधन कर रखा है. समाजवादी पार्टी का PDA का फ़ार्मूला बीते लोकसभा चुनाव में हिट रहा. इसे बेअसर करने के लिए बीजेपी ने भी पिछड़ों और दलितों पर फ़ोकस करने का फ़ैसला किया है. इसलिए माना जा रहा है कि इसी बिरादरी के नेताओं को योगी सरकार में जगह मिल सकती है. 

योगी आदित्यनाथ साल 2022 में दूसरी बार यूपी के सीएम बने.  इसके बाद लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ था. तब सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को योगी सरकार में मंत्री बनाया गया था. इस बार मंत्रिमंडल का विस्तार अगले विधानसभा चुनाव के हिसाब से होगा.

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