उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज का स्टाफ इलाज करने के बजाय क्रिकेट मैच खेलता रहा है. इसकी वजह से बुखार से पीड़ित 5 साल की बच्ची की इलाज के अभाव में मौत हो गई. बच्ची के परिजनों का वीडियो वायरल हो रहा है. इसके बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने मामले में कमेटी का गठन कर जांच शुरू कर दी है.
राजकीय मेडिकल कॉलेज में अवस्थाएं हावी रहती हैं. जिसकी वजह से यहां मरीजों को सही से इलाज नहीं मिल पाता है. मूसाझाग थाना क्षेत्र के थलिया नगला के रहने वाले नाजिम बुखार से पीड़ित अपनी 5 साल की बेटी शौफिया को लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे. नाजिम ने मौजूद स्टाफ से बच्ची को भर्ती कर इलाज करने की गुहार लगाई थी, लेकिन मेडिकल स्टाफ ने उनसे कहा कि अभी सर आने वाले हैं, वह क्रिकेट मैच खेल रहे हैं. जैसे ही सर आएंगे वैसे ही आपकी बच्ची को भर्ती करके इलाज किया जाएगा.
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पिता की गोद में बच्ची ने तोड़ा दम
नाजिम रोते-बिलखते हुए गुहार लगाते रहे. मेडिकल स्टाफ अपनी बात पर अड़ा रहा. आखिरकार समय से इलाज न मिलने की वजह से बच्ची ने अपने पिता की गोद में ही दम तोड़ दिया.
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बुखार से बच्ची को सांस लेने में आ रही थी दिक्कत
नाजिम ने बताया, "मेरी बेटी बुखार की वजह से सही से सांस नहीं ले पा रही थी. अगर उसे समय से इलाज और ऑक्सीजन मिल जाता, तो शायद बच्ची आज जिंदा होती."
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल बनाई जांच कमेटी
उधर, पीड़ित परिवार का वीडियो वायरल होने के बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर अरुण कुमार ने मामले की जांच शुरू कर दी है. प्रिंसिपल का कहना है कि पूरे मामले की जांच करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की जांच रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी.