- UP के फतेहपुर में दो समुदायों के बीच मकबरे को लेकर विवाद हो गया. इस दौरान तोड़फोड़ और पथराव हुआ.
- मकबरे की बांस की बेरिकेड से घेरकर सुरक्षा बढ़ा दी गई. बावजूद इसके भीड़ बेरिकेड तोड़कर अंदर घुस गई.
- हिंदू पक्ष का दावा है कि मकबरा दो सदियों पहले ठाकुरजी का मंदिर था. उन्होंने इसमें पूजा करने का ऐलान किया था.
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में सोमवार को दो समुदायों के बीच एक मकबरे को लेकर जमकर बवाल हो गया. एक पक्ष के लोगों ने मकबरे के अंदर और बाहर जमकर तोड़फोड़ की. उनका आरोप था कि यह मकबरा दो सदियों पहले ठाकुरजी का मंदिर था. इसके बाद दूसरे पक्ष के लोगों ने भी जमकर पथराव किया. पुलिस ने किसी तरह से हालात को नियंत्रित किया. इस मामले में 150 से अधिक लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश में जुट गई है.
फतेहपुर के आबूनगर के रेडइया इलाके में स्थित नवाब अब्दुल समद मकबरे पर हिंदू पक्षों ने ठाकुर जी का मंदिर होने का दावा किया था और प्रशासन को कुछ दिन पहले एक ज्ञापन देकर 11 अगस्त को मकबरे में जाकर पूजा करने का ऐलान किया था. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मकबरे को बांस बल्लियों से घेर दिया था. बावजूद इसके आज सुबह करीब 11 बजे हजारों की हिंदूवादी संगठनों के लोग एकत्रित हुए और बेरिकेड को तोड़कर मकबरे में घुस गए.
तोड़फोड़ और पथराव
लोगों ने मकबरे के अंदर और बाहर जमकर तोड़फोड़ की गई. इससे नाराज मुस्लिम पक्ष के लोगों ने जमकर पथराव कर दिया. हालात नियंत्रण से बाहर देखकर प्रशासन ने किसी तरह से भीड़ को तितर-बितर किया. मकबरे सहित आसपास के इलाके में सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं. साथ ही प्रयागराज जोन के एडीजी को मौके पर भेजा है, जिन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया है.
हिंदू पक्ष को तरफ से भाजपा, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल समेत तमाम हिंदू संगठनों के लोग मौजूद थे तो दूसरी तरफ मुस्लिम बस्ती के लोग गलियों में एकत्रित थे और बीच में पुलिस प्रशासन मौजूद था. हिंदू पक्ष के लोग आगे बढ़े और मकबरे के बाहर एक मजार को तोड़ते हुए मकबरे के भीतर दाखिल हो गए. दूसरी तरफ से मुस्लिम पक्ष ने पथराव कर दिया.
मंदिर होने का दावा
भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर दावा किया था कि मकबरे के स्थान पर दो शताब्दी पहले ठाकुर जी का मंदिर हुआ करता था. उनका दावा है कि मकबरे के अंदर त्रिशूल और कमल के चिह्न बने होने के आधार पर ये दावा किया गया है. मुखलाल पाल अब जिला प्रशासन पर दूसरे पक्ष यानी मुस्लिम पक्ष के साथ मिले होने का आरोप लगाते हुए पूजा पाठ करने का हक मांग रहे हैं.
फिलहाल फतेहपुर के आबूनगर इलाके में स्थिति नियंत्रण में है. हालांकि पुलिस और पीएसी की इलाके में भारी तैनाती की गई है.
150 के खिलाफ FIR
उधर, फतेहपुर में आज मकबरे में घुसकर तोड़फोड़ करने के आरोप में अभिषेक शुक्ला और धर्मेन्द्र सिंह समेत दस नामजद और 150 से भी अधिक अज्ञात लोगों पर केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें बना दी गई हैं.