उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में एक 18 वर्षीय सब्जी विक्रेता ने शुक्रवार को एक ट्रेन की चपेट में आने के बाद अपना पैर खो दिया. अतिक्रमण हटाने आए एक पुलिसकर्मी ने उसका तराजू रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था. तराजू उठाने के लिए युवक जैसे ही रेलवे ट्रैक पर उतरा एक ट्रेन आ गई और उसे कुचलते हुए चली गई. हादसे में युवक तो बच गया मगर उसने अपने पैर खो दिए.
पुलिस कथित तौर पर कानपुर में एक रेलवे स्टेशन के पास, ज्यादातर सब्जी विक्रेताओं के कब्जे वाले अतिक्रमण को हटा रही थी. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि कानपुर के कल्याणपुर इलाके के साहिब नगर का रहने वाला अर्सलान जीटी रोड के किनारे सब्जी बेच रहा था. तभी दो पुलिसकर्मी उसके पास पहुंचे.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दोनों ने अर्सलान को पीटा और इसके बाद हेड कांस्टेबल राकेश ने उसका तराजू रेल की पटरी पर फेंक दिया. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अर्सलान तराजू निकालने के लिए ने पटरियों पर चला गया. तभी एक ट्रेन की चपेट में आ गया. उसके पैरों को ट्रेन ने कुचल दिया. स्थानीय लोगों द्वारा रिकॉर्ड किए गए वीडियो में, 18 वर्षीय युवक को पटरियों पर पड़ा हुआ और मदद के लिए रोते हुए देखा जा सकता है. थोड़ी देर बाद, दो पुलिसकर्मी उसे ले जा रहे हैं.
कानपुर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी विजय ढुल ने एक बयान में कहा, "पुलिस शुक्रवार को जीटी रोड के पास से अतिक्रमण हटा रही थी. हेड कांस्टेबल राकेश ने गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार किया और अर्सलान ट्रेन से कुचल गया. राकेश कुमार को तुरंत निलंबित कर दिया गया और हम मामले की जांच कर रहे हैं. पुलिस चश्मदीदों द्वारा रिकॉर्ड की गई घटना के वीडियो भी एकत्र कर रही है."
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