गाजियाबाद में गौशाला के नजदीक लगी आग में करीब 40 गायों की मौत हो गई. यूपी के पशुधन मंत्री ने मंगलवार को गौशाला का दौरा करके सूबे की सभी गौशालाओं के आसपास की झुग्गियां को हटाने का आदेश दिया है ताकि इस तरह का हादसा दोबारा न हो. सोमवार को दोपहर में गाजियाबाद की झुग्गियों में लगी आग से गौशाला की करीब 40 गायों की मौत हो गई. गायों की मौत के बाद मंगलवार को पशुधन मंत्री ने मौके पर पहुंचकर इस मामले की जांच कराने की बात कही.
उत्तर प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि निगम से भी शिकायत की थी कि यहां झुग्गियां हैं. हम सभी गौशालाओं के आसपास झुग्गियां न हों, ये भी सुनिश्चित करेंगे ताकि ऐसा हादसा दोबारा न हो.
हिंडन नदी के किनार बनी इस गौशाला के बगल में दर्जनों झुग्गी झोपड़ी थीं जहां प्लास्टिक का कचरा इकट्ठा था. सोमवार को दोपहर में आग लगी और देखते ही देखते इस गौशाला को अपनी चपेट में ले लिया. उस वक्त यहां सौ से ज्यादा गाय थीं.
गौशाला संचालक का कहना है कि झुग्गी झोपड़ी में प्लास्टिक का कचरा बड़े पैमाने पर होने की शिकायत निगम से कई बार की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. गौशाला संचालक सूरज पंडित ने कहा कि मुझे धमकी भी मिली थी कि गौशाला हटा लो. झुग्गियों में सिलेंडर और प्लास्टिक की शिकायत कई बार निगम से कर चुका हूं लेकिन कुछ नहीं हुआ.
आग में 40 गाय मर गई और 25 गाय घायल हैं. जब तक गाय को खोलकर छोड़ा जाता तब तक आग तेजी से फैल गई थी. आग के चलते तीन दर्जन से ज्यादा गायों के मरने से गौसेवकों में खासी नाराजगी है. लेकिन फिलहाल गौशाला पर राजनीति बहुत होती है लेकिन गौशालाओं की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है.