एक मां अपने बच्चों को बुहुत ही नाजों से पालती है. कहा जाता है कि बेटियां तो मां का गुरूर होती हैं. लेकिन मेरठ की इस मां ने अपने इस गुरूर को झूठी शान के लिए एक झटके में तोड़ दिया. बेटी की उम्र महज 17 साल थी. कसूर सिर्फ इतना था कि एक लड़के से उसकी दोस्ती थी. मां को ये बात बिल्कुल भी पसंद नहीं थी. बेटी नहीं मानी तो मां, मामा और भाइयों ने मिलकर
बेरहमी से उसकी हत्या कर दी.
बेटी का सिर काट नहर में फेंका
गुरुवार सुबह मेरठ की एक नहर में एक लड़की की सिर कटी लाश बरामद की गई थी. उसकी जेब से मिली पर्ची पर लिखे एक फोन नंबर के आधार पर पुलिस जल्द ही इस हत्याकांड की तह तक पहुंच गई. लड़की की पहचान मेरठ के दादरी गांव की रहने वाली 17 साल की छात्रा के रूप में हुई. पुलिस ने उसकी मां को हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की तो उसके अपना जुर्म कबूल कर लिया.
मां बनी हैवान, इतनी सी वजह से ली बेटी की जान
आरोपी मां ने बताया कि उसने पहले बेटी की गला दबाकर हत्या की फिर अपने भाई और भतीजों संग मिलकर उसके शव को ठिकाने लगा दिया. शव की पहचान ना हो सके इसलिए इन लोगों ने धारदार छुरे से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया. कार से ले जाकर धड़ और सिर दोनों को अलग-अलग नहरों में फेंक दिया.
बेटी का लड़के से मिलना पसंद नहीं था
SSP मेरठ विपिन ताडा ने मीडिया को बताया कि काफी दिन से मां-बेटी में मनमुटाव चल रहा था. इसकी वजह उसका एक लड़के के साथ दोस्ती होना थी. लड़की उस लड़के से छिप-छिप कर मिलती थी और फोन पर बात भी करती थी. मां को ये बात बिल्कुल भी पसंद नहीं थी. मना करने पर भी बेटी नहीं मानी तो गुस्साई मां ने बुधवार रात बेटी की हत्या कर डाली.
लड़की का शव तो गुरुवार सुबह बरामद कर लिया गया था, लेकिन उसका सिर अभी भी नहीं मिला है. पुलिस आरोपियों की निशानदेही पर उसका सिर बरामद करने में जुटी है.
लड़की के पिता अर्धसैनिक बल में नौकरी करते हैं. घटना के दिन वह ड्यूटी पर थे. इस हत्याकांड में पिता की कोई भूमिका तो नहीं, पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है.