मेहनत की कमाई बचाने के लिए भालू क्यों बने यूपी के किसान, भटक-भटक कर खेतों की कर रहे रखवाली

बिजनौर के कई इलाकों में किसानों की फसलें बंदरों के बढ़ते आतंक के कारण खतरे में थीं. बंदरों के झुंड खेतों में घुसकर फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे थे, जिससे किसान परेशान थे. मगर, अब किसानों ने इस समस्या का एक ऐसा अनोखा और कारगर समाधान ढूंढ निकाला है, जो चर्चा का विषय बन गया है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • बिजनौर के किसानों ने बंदरों के खेतों में आतंक को रोकने के लिए एक अनोखा समाधान खोजा है
  • किसानों ने मिलकर पैसा जमा कर भालू की डरावनी वेशभूषा तैयार कराई है जिसे बारी-बारी पहनते हैं
  • भालू की वेशभूषा देखकर बंदर डर जाते हैं और खेतों के पास आने से डरते हैं जिससे फसलें सुरक्षित रहती हैं
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।

बिजनौर के कई इलाकों में किसानों की फसलें बंदरों के बढ़ते आतंक के कारण खतरे में थीं. बंदरों के झुंड खेतों में घुसकर फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे थे, जिससे किसान परेशान थे. मगर, अब किसानों ने इस समस्या का एक ऐसा अनोखा और कारगर समाधान ढूंढ निकाला है, जो चर्चा का विषय बन गया है.

किसानों ने ईजाद किया 'भालू' का अचूक नुस्खा

बंदरों से अपनी मेहनत की कमाई को बचाने के लिए बिजनौर के किसानों ने मिलकर एक जुगाड़ अपनाया है. किसानों ने आपस में पैसे जमा किए. जमा किए गए पैसों से एक भालू की वेशभूषा (ड्रेस) तैयार करवाई. अब किसान बारी-बारी से इस भालू की ड्रेस को पहनकर अपने खेतों के आसपास घूमना शुरू कर देते हैं. 

ड्रेस देखते ही भाग जाते हैं बंदर

यह तरीका किसानों के लिए वरदान साबित हुआ है. भालू की इस विशाल और डरावनी ड्रेस को देखते ही बंदर तुरंत डरकर भाग खड़े होते हैं। इस अनूठी पहल से किसानों को आखिरकार बंदरों के आतंक से बड़ी राहत मिली है. "जब से हमने यह भालू वाली ड्रेस इस्तेमाल करनी शुरू की है, बंदर खेतों के पास फटकते भी नहीं हैं. हमारी फसलें अब सुरक्षित हैं," एक स्थानीय किसान ने बताया.

Featured Video Of The Day
iMPower Clubs: भविष्य की नींव, उम्मीदों की दुनिया | M3M Foundation
Topics mentioned in this article