UP में क्यों और किसके नाम पर रखे गए इन 8 रेलवे स्टेशनों के नाम, वजह जान लीजिए

अमेठी की पूर्व सांसद और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने इन जगहों की सांस्कृतिक पहचान और विरासत को संरक्षित करने की मांग की थी. इसके बाद रेलवे स्टेशनों (UP Railway Station Name Changed) का नाम बदला गया है. 

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उत्तर प्रदेश में क्यों बदले 8 रेलवे स्टेशनों के नाम.
दिल्ली:

उत्तर प्रदेश में आठ रेलवे स्टेशनों के नाम बदल (8 Railway Station Name Changed) दिए गए हैं. उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के आठ रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने का आधिकारिक ऐलान मंगलवार को किया. जायस रेलवे स्टेशन, अकबरगंज रेलवे स्टेशन, फुरसतगंज रेलवे स्टेशन, वारिसगंज हाल्ट रेलवे स्टेशन, निहालगढ़ रेलवे स्टेशन, बनी रेलवे स्टेशन, मिसरौली रेलवे स्टेशन और कासिमपुर हॉल्ट रेलवे स्टेशन के नाम बदले गए हैं. इन स्टेशनों के नाम संतों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखे गए हैं.

रेलवे स्टेशनों के पुराने Vs नए नाम

  1. कासिमपुर हॉल्ट- जायस सिटी रेलवे स्टेशन
  2. जायस - गुरु गोरखनाथ धाम रेलवे स्टेशन
  3. मिसरौली - मां कालिकन धाम रेलवे स्टेशन
  4. बनी - स्वामी परमहंस रेलवे स्टेशन
  5.  अकबरगंज -मां अहोरवा भवानी धाम रेलवे स्टेशन
  6. फुरसतगंज- तपेश्वर धाम रेलवे स्टेशन
  7.  वारिसगंज हाल्ट -अमर शहीद भाले सुल्तान रेलवे स्टेशन
  8. निहालगढ़- महाराजा बिजली पासी रेलवे स्टेशन

इसलिए बदले गए रेलवे स्टेशनों के नाम

अमेठी जिले में लखनऊ मंडल के तहत आने वाले रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने की मांग अमेठी की पूर्व सांसद और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने उठाई थी. उन्होंने इन जगहों की सांस्कृतिक पहचान और विरासत को संरक्षित करने की मांग की थी. इसके बाद इन स्टेशनों का नाम बदला गया है. 

नए नाम रखने के पीछे की वजह जानिए

  • जायस स्टेशन के पास गुरु गोरखनाथ धाम आश्रम है, इसलिए स्टेशन का नाम आश्रम के नाम पर रखा गया है. 
  • मिश्रौली, बानी, अकबरगंज और फुरसतगंज रेलवे स्टेशनों के पास भगवान शिव और देवी काली के कई मंदिर हैं.  उनके नाम ही इन रेलवे स्टेशनों के नाम रखे गए हैं. 
  • निहालगढ़ रेलवे स्टेशन ऐसे इलाके में मौजूद है, जहां पासी समुदाय की अच्छी खासी आबादी है. यहां ज्यादातर किसान रहते हैं. इसलिए इसका नाम बदलकर महाराजा बिजली पासी के नाम पर रखा गया है.
  • वारिसगंज को भाले सुल्तान की बहादुरी के लिए जाना जाता है. उन्होंने 1857 में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी और इसलिए इस रेलवे स्टेशन का नाम उनके नाम पर रखा गया.

स्टेशनों के नाम बदलने से अखिलेश यादव खुश नहीं

हालांकि इन रेलवे स्टेशनों के नाम बदलने जाने के फैसले से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव खुश नहीं हैं. अखिलेश ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, "बीजेपी सरकार से आग्रह है कि रेलवे स्टेशनों के सिर्फ 'नाम' नहीं, हालात भी बदलें.और जब नाम बदलने से फुरसत मिल जाएं तो रिकॉर्ड कायम करते रेल दुर्घटना की रोकथाम के लिए भी कुछ समय निकालकर विचार करें."

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