उत्तर प्रदेश की स्थानीय विधायक और माध्यमिक शिक्षा राज्य मंत्री गुलाब देवी से क्षेत्र में लंबित विकास परियोजनाओं के बारे में सवाल करने पर एक यू-ट्यूबर के खिलाफ हंगामा करने का आरोप लगाते हुए उसे हिरासत में लिया गया और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. घटना का वीडियो वायरल होने और इस संबंध में भाजपा युवा मोर्चा के स्थानीय नेता द्वारा शिकायत किए जाने के बाद ‘यू-ट्यूब' चैनल ‘मुरादाबाद उजाला' से जुड़े संजय राणा के खिलाफ कार्रवाई हुई है. संभल के चंदौसी तहसील के बुद्धनगर खंडूआ गांव में एक कार्यक्रम के दौरान यू-ट्यूब पत्रकार संजय राणा ने उनके गांव में विकास कार्य नहीं होने के संबंध में मंत्री गुलाब देवी से सवाल-जवाब कर लिया था. पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्रा के मुताबिक, राणा को एहतियातन हिरासत में लिया गया था और उपजिलाधिकारी ने उसे जमानत दे दी.
इस मामले पर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट करके सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा और कहा, ‘‘विदेशी धरती पर भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर बयान देने पर बवाल मचाने वाली भाजपा उप्र के संभल में इस पत्रकार की हालत भी देख ले. जिसे विकास कार्यों पर भाजपाई मंत्री से पूछे गए सवाल के कारण हिरासत में ले लिया गया है. ये है भाजपा सरकार में लोकतंत्र व अभिव्यक्ति की आज़ादी की तस्वीर.'' उन्होंने राणा का यह कथित वीडियो भी टैग किया है.सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में राणा को मंत्री गुलाब देवी से सवाल करते हुए सुना जा सकता है कि ‘आप जब आई थी तब आपने कहा था कि मेरा यह अपना गांव है बुद्ध नगर खंडूआ इसे मैं गोद ले रही हूं. मंदिर पर खड़े होकर शपथ ले रही हूं. यह मेरा गांव है मैं आपके काम कराऊंगी इस बार विजय दिला दो. यहां बारात घर भी नहीं है आपने मंदिर वाली रोड को पक्का कराने की बात कही थी अभी तक कच्चा रास्ता है. इस बारे में आपका क्या कहना है?''
राज्यमंत्री गुलाब देवी की सभा के बाद भारतीय जनता पार्टी युवा महामंत्री शुभम राघव की तरफ से चंदौसी कोतवाली में 12 मार्च को मुकदमा दर्ज कराया गया. जिसमें कहा गया कि 11 मार्च को बुद्ध नगर खंडूआ में चेक डैम शिलान्यास कार्यक्रम था जिसमें राज्यमंत्री गुलाब देवी भी मौजूद थी. इस दौरान ‘फर्जी' पत्रकार संजय राणा, जिसके पास यू-ट्यूब चैनल की आईडी और माइक था, ने शासन के कार्यों में व्यवधान उत्पन्न किया, उसे बहुत समझाया लेकिन उसने गाली-गलौज की और मार-पीट भी किया.एसपी चक्रेश मिश्रा ने बताया कि प्राथमिकी में लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है. इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने पीटीआईभाषा को बताया, ‘‘उक्त मामले मैं शांति भंग में चालान किया गया था, और उसकी जमानत उप जिलाधिकारी चंदौसी ने मंजूर कर ली थी.''
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