उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी (SP) के वरिष्ठ नेता एवं विधायक मोहम्मद आजम खान (Azam Khan) के कथित 'उत्पीड़न' के खिलाफ पार्टी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने सोमवार को पुलिस महानिदेशक से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. पार्टी के प्रवक्ता ने इसकी जानकारी दी.
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर आज दल के विधायकों मनोज पाण्डेय, रविदास मेहरोत्रा, फहीम अहमद और अरमान खान की सदस्यता वाले प्रतिनिधिमण्डल ने पुलिस महानिदेशक डी. एस. चौहान से मुलाकात की और आरोप लगाया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं विधायक आजम खान का 'उत्पीड़न' किया जा रहा है.
प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों ने पुलिस महानिदेशक को इस सिलसिले में एक ज्ञापन भी सौंपा. ज्ञापन में आरोप लगाया गया, ‘‘भाजपा के शासनकाल में आजम खान पर मुकदमों की बाढ़ आ गई है. भाजपा उनसे हद दर्जे की नफरत करती है क्योंकि उन्होंने रामपुर में गरीबों की तालीम को न सिर्फ बढ़ावा दिया बल्कि मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना भी की.''
ज्ञापन में आग्रह किया गया है कि रामपुर जिला प्रशासन आजम खान और उनके परिवार के विरुद्ध उत्पीड़न की कार्रवाई तत्काल बंद करे और सरकार प्रशासन को बदले की भावना से कार्रवाई करने से रोके.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और रामपुर सदर सीट से मौजूदा सपा विधायक आजम खान पर अतिक्रमण, अवैध कब्जे, भ्रष्टाचार और चोरी समेत विभिन्न आरोपों में करीब 90 मुकदमे दर्ज किए गए थे, और वह 27 महीने तक सीतापुर जेल में रहे थे. वह पिछले मई माह में जेल से जमानत पर छूटे हैं. खां के खिलाफ पिछले दिनों रामपुर में अपने खिलाफ दर्ज एक मुकदमे के गवाह को धमकाने के आरोप में एक और प्राथमिकी पंजीकृत की गई है.
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