सदन से सड़क तक सरकार के अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेगी सपा : अखिलेश यादव

सपा मुख्‍यालय से जारी बयान के अनुसार, अखिलेश ने विधायकों की बैठक में कहा कि समाजवादी पार्टी सदन से सड़क तक सरकार के अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा-आरएसएस की लोकतंत्र में आस्था नहीं है.

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सपा प्रमुख और उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव (फाइल फोटो)
लखनऊ:

समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्‍तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को सरकार के अन्याय के खिलाफ सदन से लेकर सड़क तक संघर्ष करने का ऐलान किया. उन्होंने राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना भी साधा. नेता प्रतिपक्ष चुने जाने की घोषणा के बाद अखिलेश ने शनिवार को सपा विधायक दल की बैठक की तस्वीरें साझा करते हुए ट्वीट किया, ''संकल्प ले रहे हैं आज सपा के 'एक सौ ग्यारह', जनता के मुद्दों पर संघर्ष करना ही लक्ष्य हमारा.''

गौरतलब है कि हाल ही में हुए यूपी विधानसभा चुनाव में सपा ने 111 सीटों पर जीत दर्ज की है. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के शनिवार को यहां नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में सर्वसम्मति से विधानमंडल दल का नेता चुने जाने के बाद उन्हें विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में भी मान्यता मिल गई. अखिलेश के सपा विधानमंडल दल का नेता चुने जाने के कुछ ही घंटों बाद विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने यहां जारी एक बयान में कहा कि विधानसभा सदस्य एवं सपा विधानमंडल दल के नेता अखिलेश यादव को 26 मार्च से उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अभिज्ञात किया गया है.

इससे पहले, यहां सपा मुख्यालय में पार्टी के विधानमंडल दल के सदस्यों की बैठक को संबोधित करते हुए अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी सदन से लेकर सड़क तक सरकार के अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेगी. उन्‍होंने सपा को भारी समर्थन देने के लिए प्रदेश के मतदाताओं का आभार जताया. अखिलेश ने कहा कि विधानसभा चुनाव के परिणाम जनभावनाओं के अनुरूप नहीं आए, लेकिन उससे निराश न होकर हम विपक्ष में रहकर लोकतंत्र में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करेंगे.

उन्होंने विधानसभा चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए आरएसएस पर निशाना साधा. अखिलेश ने कहा कि चुनाव में सपा ने सभी का मुकाबला किया, लेकिन आरएसएस और भाजपा ने सत्ता का दुरुपयोग किया. सपा प्रमुख ने आरोप लगाया, ''आरएसएस भाजपा का राजनीतिक संगठन है. सपा के समर्थकों के नाम वोटर लिस्ट से काटे गए, प्रशासन निष्पक्ष नहीं रहा और पोस्टल बैलेट से जीत को हार में बदल दिया गया.''

सपा मुख्‍यालय से जारी बयान के अनुसार, अखिलेश ने विधायकों की बैठक में कहा कि समाजवादी पार्टी सदन से सड़क तक सरकार के अन्याय के खिलाफ संघर्ष करेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा-आरएसएस की लोकतंत्र में आस्था नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार को जहां जनता के प्रति जवाबदेह होना होगा, वहीं विधानसभा के प्रति भी सरकार को जवाब देना होगा. उन्होंने कहा, “हमें विपक्ष के रूप में जनता की आकांक्षाओं को पूरा करना है. सदन में सरकार को घेरना है.”

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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