- UP में समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर SIR प्रक्रिया को तीन महीने बढ़ाने की मांग की है.
- अखिलेश यादव ने कहा कि कई विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं तक गणना प्रपत्र सही ढंग से नहीं पहुंचाए जा रहे हैं.
- SIR प्रक्रिया के कारण मतदाताओं को फॉर्म भरने और जमा करने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा है.
बिहार के बाद उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में एसआईआर की प्रक्रिया शुरू हो गई है. बंगाल में टएमसी भी SIR के खिलाफ हैं. पिछले दिनों ममता बनर्जी ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिख इसे बंद करने की मांग उठाई थी. अब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने भी मुख्य निर्वाचन अधिकारी को चिट्टी लिखी है. इस चिट्ठी में अखिलेश की पार्टी ने चुनाव आयोग से इस प्रक्रिया को तीन महीने तक आगे बढ़ाने की मांग की है.
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अखिलेश ने की SIR प्रक्रिया को बढ़ाने की मांग
समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर कहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने SIR प्रक्रिया को 3 महीने और बढ़ाने की मांग की है. घोसी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र में तथा जनपद मऊ की विभिन्न विधान सभाओं में बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित एवं एकत्रित करना सुनिश्चित कराया जाये. रूदौली विधान सभा में एक दर्ज से अधिक पोलिंग स्टेशनों पर 2003 की मतदाता की सूची अपलोड करने व लखनऊ की पूर्वी विधानसभा के पोलिंग स्टेशन संख्या 130 व 131 पर 2003 की मतदाता सूची अपलोड करने और लापता 1100 मतदाताओं को तलाश कर पोलिंग स्टेशन पर उपलब्ध कराया जाये, जिससे कि पारदर्शी S.I.R प्रक्रिया पूरी हो सके.
SIR प्रक्रिया को बढ़ाने के पीछे अखिलेश ने बताई ये वजह
403 विधान सभाओं में 1,62,486 पोलिंग स्टेशनों पर मतदाताओं की संख्या 15 करोड़, 44 लाख 30 हजार, 092 है. सभी मतदाताओं तक गणना प्रपत्र पहुंचाया नहीं जा रहा है, जिससे मतदाताओं को फॉर्म भरने व जमा करने के लिए प्रर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा है. इसलिए S IR प्रक्रिया का समय 3 माह और बढ़ा दिया जाये जिससे सभी मतदाताओं का गणना प्रपत्र भरकर जमा हो सके.
बीजेपी पर अखिलेश यादव का आरोप
शुक्रवार को अखिलेश यादव ने कहा था कि शादियों का सीजन चल रहा है. लोग शादी-ब्याह के कामकाज और इनको अटेंड करने में व्यस्त हैं. इस बीच राज्य में एसआईआर की प्रक्रिया चलाई जा रही है. उन्होंने चुनाव आयोग से इसे आगे बढ़ाने की मांग करते हुए बीजेपी पर बिहार की तरह ही यूपी में भी खेल करने का आरोप लगाया था.
अखिलेश ने कहा था कि बिहार में जिन जगहों पर एसआईआर में सबसे ज्यादा वोट काटे गए थे, उन जगहों पर आरजेडी लोकप्रिय पार्टी होने के बाद भी हार गई. सभी विपक्षी दलों की कोशिश है कि उत्तर प्रदेश में वोटों का काम सही से हो. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी दावा किया कि जिन क्षेत्रों में सपा का मजबूत वोट बैंक है, वहां SIR प्रक्रिया के जरिए 50,000 तक वोट हटाए जा सकते हैं.













