लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के कांग्रेस सांसदों के साथ बुधवार को संभल का दौरा करेंगे. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने मंगलवार को यह जानकारी दी. अजय राय ने बताया कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी राहुल के साथ संभल का दौरा कर सकती हैं.
अजय राय ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘प्रतिनिधिमंडल में उत्तर प्रदेश से पार्टी के सभी छह सांसद शामिल होंगे, जिसका नेतृत्व राहुल गांधी करेंगे. इनमें पार्टी महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे भी होंगे.''
प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि वह भी राहुल गांधी के साथ संभल जाएंगे, जो रायबरेली से सांसद हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या केरल के वायनाड से पार्टी की सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा भी अपने भाई के साथ संभल जाएंगी, राय ने कहा कि वह भी जा सकती हैं.
संभल में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक शनिवार को खत्म हो रही थी. हालांकि, जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने इसे बढ़ाकर 10 दिसंबर कर दिया. इस बीच, जिलाधिकारी ने कहा है कि शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (निषेधाज्ञा) जिले में 31 दिसंबर तक लागू रहेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘10 दिसंबर तक कोई भी बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन या जनप्रतिनिधि, सक्षम प्राधिकार से अनुमति लिए बिना जिले में प्रवेश नहीं कर सकता.''
संभल की एक अदालत के आदेश पर 24 नवंबर को मुगलकालीन मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क गई थी जिसमें चार लोगों की मृत्यु हुई थी और कई अन्य घायल हुए थे.
अदालत में दायर वाद में दावा किया गया है कि मस्जिद की जगह कभी हरिहर मंदिर हुआ करता था.
राहुल गांधी के संभल दौरे के बारे में पूछे जाने पर संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, “संभल में पहले से ही बीएनएसएस की धारा 163 लागू है. किसी को भी संभल आने की अनुमति नहीं है. यदि वह आते हैं तो उन्हें नोटिस दिया जाएगा.”
आज संभल में प्रदेश कांग्रेस महासचिव सचिन चौधरी ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, “राष्ट्रीय सचिव प्रदीप नरवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष रिजवान कुरैशी और मैं मृतकों- बिलाल एवं नोमान के परिजनों से मिला तथा हमने उनकी प्रियंका गांधी से बात कराई. प्रियंका जी ने उनका हालचाल पूछा.”
चौधरी ने यह भी बताया कि राहुल गांधी कल संभल आएंगे और मृतकों के परिजनों से मिलने का उनका कार्यक्रम है.
संभल से सपा विधायक इकबाल महमूद ने सोमवार को देर शाम पत्रकारों को बताया, “मैं चारों मृतकों के परिजनों से मिलने गया था और मैंने उनसे सहानुभूति व्यक्त की. संभल में हुए अत्याचार का मुद्दा विधानसभा और संसद में उठाया जाएगा और 10 दिसंबर के बाद सपा का प्रतिनिधिमंडल यहां आएगा.”
इकबाल महमूद ने कहा, “हमने मांग की है कि इस घटना की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराई जानी चाहिए. हम न्यायिक जांच नहीं मानते हैं. उन्होंने खुद यह जांच बिठाई है.”
इस बीच, इत्तेहाद-ए-मिलात परिषद के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने मंगलवार को बरेली में संवाददाताओं से कहा, “इस देश की एकता और अखंडता के लिए खुदाई का विचार छोड़ देना चाहिए और विकास के बारे में सोचना चाहिए. लुप्त हो चुके डायनासोर के कंकाल भी पाए जा सकते हैं. समय बदल रहा है और हमें बदलते समय के साथ चलना चाहिए.”
राहुल गांधी के संभल जाने पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि यूपी सरकार क्या छिपाना चाहती है. हाथरस में नहीं जाने दिया और सबने देखा क्या हुआ. उन्नाव में नहीं जाने दिया कुलदीप सिंह सेंगर दोषी साबित हुआ. लखीमपुर खीरी भी नहीं जाने दिया. इसलिए यूपी सरकार का ये पैटर्न है. आख़िर संभल में क्या छिपाना चाहते हैं. वहां 5 लोग पुलिस की गोली से मारे गए हैं. 30 पुलिसवाले घायल हुए हैं. ये विपक्ष के नेता राहुल गांधी का अधिकार और संवैधानिक कर्तव्य है.
उल्लेखनीय है कि सोमवार को नाटकीय घटनाक्रम में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पुलिस से धक्का मुक्की की थी और पार्टी कार्यालय के बाहर लगे बैरिकेड पर चढ़ने का प्रयास किया था जिससे वे अपने नेता अजय राय के संभल जाने का रास्ता साफ कर सकें.