मेरठ के विभिन्न स्कूल में पुलिस समय-समय पर साइबर क्राइम और महिला सुरक्षा के लिए वर्कशॉप आयोजित करती है. जिसमें स्टूडेंट्स को साइबर क्राइम की बारीकियां बताई जाती हैं और समझाया जाता है कि साइबर क्राइम और क्राइम अगेंस्ट विमेन से कैसे बचा जाए. पिछले सालों में देश भर में साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट के जरिए लाखों लोगों से करोड़ों रुपए ठगे हैं. ऐसे में लोगों को जागरूक करना सरकार और पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है.
कई महीने तक सरकार ने लोगों को जागरूक करने के लिए फोन में कॉलर टोन भी चलाई. इसके बावजूद साइबर ठग हर बार कोई न कोई नया पैंतरा इस्तेमाल करके लोगों को अपना शिकार बना ही लेते हैं. ऐसे में पुलिस ने जागरूकता फैलाने के अपने अभियानों में स्टूडेंट को भी शामिल कर लिया है.
साइबर क्राइम एक्सपर्ट स्कूल में वर्कशॉप चला कर स्टूडेंट्स को उपयुक्त जानकारी देते हैं और फिर स्टूडेंट्स से अपील की जाती है कि वे अपने अपने माता पिता, रिश्तेदारों और पड़ोसियों को साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक करें. पुलिस स्टूडेंट्स को थानों में भी आमंत्रित करती है ताकि वे पुलिस की कार्यवाहियों को समझ पाए और पुलिस फ्रेंडली बन पाए.
श्याम परमार की रिपोर्ट