- सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना के तहत गरीबों को फ्लैटों की चाबी सौंपी.
- अवैध कब्जे से खाली कराई गई जमीन पर कुल 72 फ्लैट बनाए गए हैं, जिनकी कीमत 10.70 लाख रुपए है.
- 3 साल पहले मुख्तार अंसारी के कब्जे से जमीन खाली कराई गई और उसे EWS वर्ग के लिए आवास योजना में बदला_
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माफियाओं के बीच विधानसभा में सख्त कार्रवाई का प्रण लिया था. सीएम योगी ने कहा था कि ऐसे माफियाओं को मिट्टी में मिला दिया जाएगा और तब से चाहे अतीक अहमद हो या मुख्तार अंसारी, इन सभी की अवैध जमीनों पर बुलडोजर एक्शन हो रहा है. लखनऊ में बुधवार को सीएम योगी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना के तहत बनाए गए फ्लैटों की चाबी गरीब परिवारों को सौंप दी.
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में लॉटरी कराई गई. लॉटरी में चयनित आवंटियों को सीएम योगी ने बुधवार को स्वयं चाबी सौंपी. इस दौरान उन्होंने माफिया से मुक्त कराई गई जमीन पर बने आवासों के आवंटन को एक कड़ा संदेश बताया.
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माफिया को सीएम योगी का कड़ा संदेश
सीएम ने कहा, "यह संदेश है गरीब की जमीन पर अगर किसी माफिया ने कब्जा किया तो उसका यही हाल होगा जो यहां किया और जो प्रयागराज में हमने किया.
सीएम योगी ने माफिया समर्थकों को चेतावनी देते हुए कहा, "उन लोगों को संदेश है जो कब्र में जाकर फातिहा पढ़ते हैं. माफिया अब यूपी में नहीं कर पाएंगे."
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प्राइम लोकेशन पर आवासीय योजना
लखनऊ के डालीबाग में अवैध कब्जे से खाली कराई गई करीब 2,322 वर्गमीटर भूमि पर एलडीए ने सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना लॉन्च की. योजना में ग्राउंड प्लस थ्री स्ट्रक्चर के 3 ब्लॉक में 36.65 वर्गमीटर क्षेत्रफल के कुल 72 फ्लैट बनाये गए हैं. इस योजना की लोकेशन भी काफी प्राइम है.
3 साल पहले खाली कराई थी जमीन
इस जमीन पर मुख्तार अंसारी का कब्जा था. सरकार ने तीन साल पहले यह जमीन खाली करवाई थी और इसके बाद यहां पर योगी सरकार ने EWS के लिए फ्लैट बनवाए. लखनऊ में कुल 72 फ्लैट बने हैं और प्रत्येक फ्लैट की कीमत 10.70 लाख रुपये है. सरकार ने लॉटरी की प्रक्रिया के जरिए गरीबों को चाबी दी.














