- उत्तर भारत के कई इलाकों में ठंड और घने कोहरे के कारण दृश्यता में तीव्र गिरावट दर्ज की गई है
- मौसम विभाग ने विजिबिलिटी कम होने और तापमान गिरकर चार से पांच डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की चेतावनी दी है.
- कोहरे के कारण लखनऊ के इकाना स्टेडियम में मैच के टॉस में देरी हुई.
उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में ठंड और घने कोहरे का भारी प्रकोप देखने को मिल रहा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने विजिबिलिटी में तेजी से गिरावट आने की चेतावनी जारी की है, जहां कई स्थानों पर दृश्यता मात्र 50 मीटर तक दर्ज की गई है. आने वाले दिनों में कड़ाके की ठंड के साथ तापमान गिरकर 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जताई गई है.
लखनऊ के इकाना स्टेडियम में कोहरा
कोहरे और धुंध का सीधा असर खेल पर भी पड़ा है. लखनऊ के इकाना स्टेडियम में बुधवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाले चौथे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच के टॉस में देरी हुई. खेल विशेषज्ञों और अधिकारियों का मानना है कि हवा में गेंद जाने पर धुंध की मोटी परत के कारण फिल्डर को उसे देख पाने में अत्यधिक कठिनाई होगी, जो खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए भी जोखिम भरा है.
लखनऊ में कड़ाके की ठंड और घने कोहरे के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है. लखनऊ के जिलाधिकारी (DM) ने जिले के सभी स्कूलों के समय में बदलाव करने का आधिकारिक आदेश जारी किया है. इस नए निर्देश के अनुसार, अब कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूलों का संचालन सुबह 9 बजे से किया जाएगा.
शाम 7:00 बजे दर्ज किए गए आंकड़ों के अनुसार, लखनऊ के तालकटोरा जिला उद्योग केंद्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 259 दर्ज किया गया है, जो हवा की 'खराब' (Poor) श्रेणी को दर्शाता है. इस समय हवा में सबसे प्रमुख प्रदूषक तत्व PM2.5 पाया गया है.
घने कोहरे और बढ़ती सर्दी ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया और कई क्षेत्रों में दृश्यता में भारी गिरावट आने से आगरा में ताजमहल जैसे स्थल धुंधले दिखाई दिए. वहीं, भगवान राम की नगरी अयोध्या में सुबह के समय तीर्थयात्रियों की संख्या में कमी आई.
मौसम की वजह से राज्य की राजधानी लखनऊ में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. लखनऊ हवाई अड्डे से कई उड़ानें देरी से चल रही थीं और सड़क यातायात भी धीमा हो गया था.
प्रयागराज से सटे कौशांबी जिले में भी कोहरे के कारण स्थानीय सड़कों और राजमार्गों पर यातायात धीमा हो गया, जहां वाहन रेंगते हुए दिखाई दिए. प्रयागराज और वाराणसी में, निवासियों को कई स्थानों पर अलाव जलाते देखा गया। सुबह जल्दी काम शुरू करने वाले सफाईकर्मी भी अलाव के पास बैठकर खुद को गर्म कर रहे थे.
इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि मंगलवार को उत्तर प्रदेश के बड़े हिस्से में घना से बहुत घना कोहरा छाया रहा और चेतावनी दी कि कई स्थानों पर बुधवार सुबह तक कम दृश्यता बनी रहने की संभावना है.













