आगरा से लखनऊ जाकर होटल में अपनी मां और चार बहनों का कत्ल करने वाले बाप-बेटे की असली कहानी आखिर है क्या? अरशद ने इस हत्याकांड के बाद वीडियो वाला कबूलनामा छोड़ा. उसने सारा दोष आगरा के इस्लामनगर की अपनी बस्ती वालों के सिर पर मढ़ा. वीडियो में बेबसी जाहिर कर रहे अरशद ने कहा कि बस्तीवालों से अपने बहनों की इज्जत बचाने के लिए वह उन्हें मार रहा है. वह ऐसा नहीं करेगा, तो बस्तीवाले उसकी बहनों को हैदराबाद बेच देंगे. उसने कई आरोप लगाए. क्या जैसा अरशद बता रहा है कहानी कुछ ऐसी ही है या फिर उसमें कुछ ट्विस्ट है? आगरा में अरशद के बस्तीवाले भी अब खुलकर अरशद की दूसरी कहानी लेकर सामने आ रहे हैं. पूरे देश को हिलाकर रख देने वाली इस कहानी में कई नई बातें सामने आ रही हैं. जानिए इस हत्याकांड से जुड़े ऐसे पांच सवाल...
अरशद और उसके पिता ने उस रात किया क्या
- अरशद और उसके पिता परिवार के साथ आगरा से लखनऊ आए.
- होटल में पांच बेड वाला कमरा किराए पर लिया गया.
- होटलवालों को लगा कि नया साल सेलिब्रेट करने के लिए आए हैं.
- बताया जा रहा है कि सभी को होटल में शराब पिलाई गई.
- फिर मां के मुंह में दुपट्टा ठूंसकर उसी दुपट्टे से उसका गला घोंट दिया
- उसके बाद बहनों को भी तड़पा-तड़पाकर मार डाला.
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अरशद ने कबूलनामे में क्या क्या बोला
वायरल वीडियो में अरशद
वायरल वीडियो में अरशद
क्या बस्तीवाले बहनों और परिवार के के दुश्मन थे?
अरशद ने बस्ती वालों पर गंभीर आरोप लगाए थे. उसने कहा कि बस्ती वाले उसके दुश्मन हैं और उसकी जमीन हड़पना चाहते हैं. इतना ही नहीं उसने पड़ोसियों पर जिस्मफरोशी का धंधा करने का गंभीर आरोप लगाया. उसका यहां तक कहना था कि उन बाप-बेटे को फंसाकर पड़ोसी उसकी बहनों को बेचना चाहते हैं. लेकिन पड़ोसियों का कुछ और ही कहना है. पड़ोसियों ने बताया कि अरशद का परिवार आखिर था कैसा. ये परिवार किसी की खुशी और गम में कभी शरीक नहीं होता था. 2 साल पहले उसकी शादीशुदा बहन फरीन की मौत हो गई थी. तो उसे कंधा देने वाला तक कोई नहीं था. उस समय पड़ोसियों ने ही उसके घर जाकर फरीन को कंधा दिया था और कब्रिस्तान पहुंचाया था. लेकिन अब अरशद ने उन्हीं पड़ोसियों पर बहनों को बेचने का आरोप लगाया है.
बांग्लादेशी वाला कनेक्शन क्या है?
अरशद के बांग्लादेशी वाले आरोप पर उसके पड़ोसियों ने बताया कि बदर का परिवार 12 साल पहले बस्ती में रहने आया था. उन्होंने कभी बताया ही नहीं कि वे लोग आए कहां से हैं. सभी लोग उसको दिल्लीवाले के नाम से जानते हैं. उनका सिर्फ बस्ती के साथ ही रूखा व्यवहार नहीं था बल्कि पिछले 12 सालों में उनका एक भी रिश्तेदार उनके घर नहीं आया. खुशी और गम के मौके पर भी उनका कोई रिश्तेदार कभी उनके घर नहीं आता था. बहन फरीन की मौत में कोई कंधा देने तक नहीं पहुंचा. यहां तक कि अरशद के निकाह में भी कोई भी रिश्तेदार शामिल नहीं हुआ था. परिवार के व्यवहार और उनके रहन-सहन को देखते हुए बस्ती वालों को उनके बांग्लादेशी होने का शक था.
क्या मृतक अरशद की सौतेली मां और बहनें थीं?
अरशद के मां और चार बहनों को मारने के बाद इस्लाम नगर बस्ती में ये चर्चा शुरू हो गई है कि उसके पिता बदर की दो बीवियां थीं. असद की मां अस्मा उसके पिता की दूसरी पत्नी थी. बस्ती की जिन महिलाओं से अस्मा कभी बात कर लेती थी वे दबी जुबान में उसके बदर की दूसरी पत्नी होने की बात कह रही हैं. उनका कहना है कि इसी वजह से बाप-बेटे अस्मा और उसकी बेटियों को प्रताड़ित करते थे. हालांकि ये बातें सिर्फ दबी जुबान में ही हो रही हैं. इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.
बस्ती वाले क्या बोल रहे हैं?
बस्ती वालों का कहना है कि अरशद और उसका पिता बदर सनकी हैं. वे लोग कुछ भी कर सकते हैं. उनका तो यहां तक कहना है कि दोनों बाप-बेटे पांचों मां-बेटियों को घर में कैद करके रखते थे. घर उनके लिए किसी कैदखाने से कम नहीं था. जरा-जरा सी बातों पर दोनों ही पड़ोसियों से न सिर्फ झगड़ते थे बल्कि पुलिस को भी बुला लेते थे. किसी को भी उन पर रत्ती भर यकीन नहीं था. इसीलिए जब उन्होंने जब 50 गज जमीन का सौदा किया तो खरीदने वाले ने पेशगी देने का वीडियो बना लिया था, ताकि वे बाद में मुकरें ना. बहनों को बेचने वाला आरोप भी बस्ती वाले निराधार बता रहे हैं.
क्या अरशद सिजोफ्रेनिया का मरीज है?
ऐसा कहा जा रहा है कि मां और बहनों की हत्या करने वाला अरशद शक की बीमारी सिजोफ्रेनिया से पीड़ित हो सकता है. इस बीमारी से पीड़ित को बिना वजह शक करने की आदत होती है और आवाजें भी सुनाई देती हैं. उसको ऐसा लगता रहता है कि उसके खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा है. देश के एक फेमस मनोचिकित्सक का कहना है कि ये घटना जिस तरह से हुई है और अरशद ने जो भी आरोप लगाए हैं उनकी पुष्टि अब तक नहीं हुई है. उससे शक है कि कातिल अरशद इस बीमारी से पीड़ित हो सकता है.
पैरानायड सिजोफ्रेनिया क्या है?
- यह शक की एक बीमारी है.
- इसमें दिमाग में केमिकल की मात्रा बढ़ जाती है.
- इससे पीड़ित का व्यवहार बदलता है. वह बेवजह शक करने लगता है.
- पीड़ित को हमेशा षड्यंत्र रचे जाने का शक रहता है.
- ऐसे लोग खुद को और दूसरों को कभी भी नुकसान पहुंचा सकते हैं.
शादी के 2 महीने बाद मायके क्यों चली गई अरशद की पत्नी?
अरशद की शादी साल 2017 में चांदनी नाम की महिला से हुई थी. लेकिन शादी के दो महीने में ही वह इतनी परेशान हो गई कि ससुराल छोड़कर मायके चली गई. चांदनी की मां और अरशद की पूर्व सास ने बताया कि अरशद और उसका पिता बदर एक जैसे हैं. उन्होंने दो महीनों में ही उनकी बेटी की जिंदगी नरक बना दी थी. अरशद का पिता बदर बहू चांदनी पर बुरी नजर रखता था. सास अस्मा अच्छी थी. उसने ही चांदनी को घर छोड़कर जाने का रास्ता सुझाया. जिसके बाद चांदनी ने ससुराल छोड़ दिया था. साल 2019 में दोनों का तलाक हो गया था.