कल्कि धाम पहुंचीं किन्नर अखाड़ा महामंडलेश्वर ममता कुलकर्णी ने की शिला पूजा

ममता कुलकर्णी ने शनिवार को कहा था कि “कल्कि विष्णु जी के 10वें अवतार माने जाते हैं. मुझे एक शिलान्यास के लिए आमंत्रित किया गया है और यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मैंने 25 साल ध्यान और तप किया है और इस पुण्य कर्म के लिए मेरा चयन हुआ है. मुझे सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार ही करते रहना है."

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ममता कुलकर्णी ने आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ मिलकर शिलापूजन किया.
संभल:

अभिनेत्री और किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर ममता कुलकर्णी रविवार को श्री कल्किधाम में आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए संभल पहुंचीं. कार से उतरते ही पुजारियों ने उनका स्वागत करते हुए उन्हें पीले रंगा का पटका पहनाया. साथ ही फूलों की बारिश की. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद कई लोगों से मुलाकात भी की. उसके बाद मुख्य यजमान के तौर ममता कुलकर्णी ने आचार्य प्रमोद कृष्णम के साथ मिलकर शिलापूजन किया. 

कल्कि धाम जाने के लिए उत्साहित ममता कुलकर्णी ने कल कहा था कि जगत जननी ने मुझे इसी काम के लिए भेजा है. मैं प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेला में स्नान करने गई थी. लेकिन, वहां से महामंडलेश्वर बनकर लौटी. यह समझना मुश्किल है कि भगवान किस उद्देश्य से और कहां जाने का आदेश देते हैं. मैं इसे भगवान की इच्छा पर छोड़ देती हूं, यह विश्वास रखते हुए कि श्री कल्किधाम की यात्रा और शिला दान का कार्य भी भगवती की इच्छा या किसी विशेष प्रयोजन से प्रेरित है.

उन्होंने आगे कहा था, “कल्कि विष्णु जी के 10वें अवतार माने जाते हैं. मुझे एक शिलान्यास के लिए आमंत्रित किया गया है और यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मैंने 25 साल ध्यान और तप किया है और इस पुण्य कर्म के लिए मेरा चयन हुआ है. मुझे सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार ही करते रहना है." उन्होंने बताया, “अब भी बहुत से ऐसे लोग हैं, जो भगवान को नहीं मानते हैं. वे लोग कहते हैं कि भगवान का अस्तित्व ही नहीं है और अगर है तो कहां है? दुनिया में इतनी सारी चीजें हो रही हैं तो ईश्वर कहां है? यह सोचना गलत है."

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