कहते हैं लालच बुरी बला है, और यह बला जब सिर चढ़कर बोलती है तो खून के रिश्ते तो क्या, बरसों पुरानी दोस्ती भी दम तोड़ देती है. कानपुर के एक मामले को सुन आपको यही बातें याद आएंगी. दरअसल पैसों के लालच ने कुछ लड़कों को इतना अंधा कर दिया, जिन्होंने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी.
क्या है पूरा मामला
मामला गुजैनी के बर्रा-8 इलाके का है, जहां पांडु नदी के पास एक खाली प्लॉट में विपिन का शव मिला था. दृश्य दिल दहलाने वाला था. हाथ पीछे रस्सियों से बंधे थे, चेहरा एक बोरी से ढका था और पहचान छिपाने के लिए सिर पर भारी पत्थर रखा गया था. मौके पर टायरों के निशान और कुछ दूर पड़ा एक जूता यह बता रहा था कि हत्या कहीं और की गई और शव यहां लाकर यहां फेंक दिया गया है.
कैसे दिया घटना को अंजाम
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि मृतक विपिन तिवारी को हाल ही में जमीन के मुआवजे के तौर पर करीब 2 करोड़ रुपए मिले थे. यह बात उसके साथ केसर फैक्ट्री में काम करने वाले तीन दोस्तो मनोज दीक्षित, अरविंद और प्रदीप को पता थी. बस यहीं से उनकी नियत डोल गई. साजिश के तहत मनोज ने विपिन को फोन कर बुलाया. तीनों आरोपी ऑटो लेकर पहुंचे और विपिन को उसमें बैठा लिया. दोस्तों ने उसे कोल्ड ड्रिंक में नशीली दवा मिलाकर पिलाई. नशा होने पर वे उसे शराब के ठेके पर ले गए. वहां, विपिन से ऑनलाइन पेमेंट करवाया और चुपके से उसका मोबाइल पासवर्ड देख लिया.
पकड़े जाने का था डर और फिर...
इसके बाद वह उसे जरौली के भदौरिया होटल ले गए. वहां बेहोशी की हालत में उसके मोबाइल से पैसे ट्रांसफर करने की कोशिश की, लेकिन केवल 6000 रुपये ही निकाल पाए. तभी विपिन को होश आने लगा और उसने विरोध शुरू कर दिया. विपिन को होश में आता देख तीनों डर गए कि अब राज खुल जाएगा. इसी डर में उन्होंने विपिन के गले में रस्सी बांधी और ऑटो के अंदर ही उसकी हत्या कर दी. रात के अंधेरे में शव को पांडु नदी के पास खाली प्लॉट में फेंक दिया. हद तो तब हो गई जब आरोपी अगली सुबह बाइक से दोबारा वहां यह देखने पहुंचे कि कहीं विपिन जिंदा तो नहीं बच गया.
पुलिस ने दी जानकारी
डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि यह एक ब्लाइंड मर्डर केस था. पुलिस ने इलाके के 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले और कॉल डिटेल्स निकाली. मनोज दीक्षित द्वारा की गई आखिरी कॉल पुलिस के लिए सबसे बड़ा सुराग बनी. पुलिस ने कड़ियां जोड़ीं और तीनों दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.













