कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित एसएससी (जीडी) की ऑनलाइन परीक्षा में उम्मीदवारों से मोटी रकम लेकर उनकी जगह पेपर हल करने वाले अन्य व्यक्ति बैठाने के मामले में कुल सात लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने 17 जनवरी को आयोजित इस परीक्षा में गड़बड़ी का यह मामला उजागर किया है.
एसटीएफ ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर अनुचित तरीके से परीक्षा की शुचिता भंग करने वाले साल्वरों, गैंग लीडरों एवं अभ्यर्थियों सहित कुल सात व्यक्तियों को प्रदेश के विभिन्न जनपदों से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में विवेक कुमार सिंह, केशवानन्द, मनोज कुमार झा, राकेश कुमार यादव, गुड्डू यादव, मनोज यादव और अच्युतानन्द यादव शामिल हैं. आरोपियों के पास से नकली दस्तावेज सहित अन्य सामान बरामद किया है.
उत्तर प्रदेश के 13 जनपदों में कुल 61 परीक्षा केन्द्रों पर कर्मचारी चयन आयोग द्वारा एसएससी (जीडी कान्सटेबल) परीक्षा-2022 आयोजित की गई थी. एसटीएफ फील्ड इकाई, गोरखपुर को सूचना मिली कि जनपद अयोध्या में तैनात आरक्षी अच्युतानन्द यादव, उसका साथी गुड्डू यादव तथा प्रयागराज निवासी सलमान व अमित द्वारा परीक्षा में साल्वर बैठाने का काम किया जा रहा है. ज्ञात हुआ कि उक्त गैंग द्वारा 17 जनवरी को परीक्षा केन्द्र सिन्को लर्निग सेन्टर टेढ़ी पुलिया कुर्सी रोड लखनऊ में मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर साल्वरों को बैठाकर परीक्षा दिलाई जाएगी.
इस सूचना पर कार्रवाई के लिए एसटीएफ की टीम गठित की गई. टीम ने उक्त स्थान पर पहुंचकर साल्वर विवेक कुमार सिंह को परीक्षा केन्द्र के अन्दर से एवं मूल अभ्यर्थी केशवानन्द को परीक्षा केन्द्र के बाहर से पकड़ी गया. मनोज कुमार झा सहित अन्य व्यक्तियों को इसी परीक्षा केन्द्र के बाहर से गिरफ्तार किया गया.
गिरफ्तार आरोपी अच्युतानन्द ने पूछताछ पर बताया कि वह पुलिस विभाग में आरक्षी के पद पर जनपद अयोध्या में तैनात है. वह साल्वर मनोज कुमार झा व राकेश कुमार यादव से सम्पर्क करके तथा मूल अभ्यर्थियों से प्रवेश पत्र, आधार कार्ड तथा फोटो लेकर साल्वर व मूल अभ्यर्थी की फोटो मिक्सिंग कराकर प्रवेश पत्र पर लगाता था. अभ्यर्थियों से पैसा लेकर साल्वरों को प्रति परीक्षा 20 हजार रुपये देता था.
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ लखनऊ के थाना विकासनगर में मामला दर्ज किया गया है.