यूपी पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी IAS, इस तरह लोगों को बनाता था शिकार

कनिष्क सिंह नाम के शिकायतकर्ता ने लखनऊ पुलिस को सौरभ त्रिपाठी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से कई तस्वीरें और वीडियो निकालकर प्रमाण के तौर पर दिए हैं.

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लखनऊ पुलिस की गिरफ़्त में आए इस फ़र्ज़ी आईएएस से लगातार पूछताछ चल रही है.
लखनऊ:

लखनऊ में पकड़े गए फ़र्जी आईएएस अधिकारी सौरभ त्रिपाठी के मामले में एक और मुक़दमा दर्ज किया गया है. कनिष्क सिंह नाम के व्यक्ति ने लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मुक़दमा दर्ज कराया था. लखनऊ पुलिस ने बुधवार गाड़ियों की चेकिंग के दौरान संदेह के आधार पर जब पूछताछ की तो सौरभ त्रिपाठी नाम के फ़र्ज़ी आईएएस का ख़ुलासा हुआ था.  आरोप है कि अपने अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में अलग-अलग आईएएस के पदों का ज़िक्र कर आरोपी सौरभ त्रिपाठी सरकारी व्यवस्था का दुरुपयोग कर पैसे कमा रहा था.

लखनऊ के वजीरगंज थाने में सौरभ त्रिपाठी के ख़िलाफ़ एक मामला पहले से दर्ज है. अब कनिष्क सिंह नाम के व्यक्ति ने एक और मामला दर्ज करा दिया है. कनिष्क सिंह नाम के शिकायतकर्ता ने लखनऊ पुलिस को सौरभ त्रिपाठी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से कई तस्वीरें और वीडियो निकालकर प्रमाण के तौर पर दिए हैं.

पुलिस लगातार कर रही है पूछताछ 

सौरभ त्रिपाठी के ख़िलाफ़ दर्ज हुई इस नई एफआईआर में दावा है कि सौरभ त्रिपाठी नगरीय निकाय निदेशालय में चल रहे ABM Knowledgeware Ltd के डबल एंट्री एकाउंटिंग सिस्टम में प्रोजेक्ट मैनेजर के तौर पर काम कर रहा था. फ़र्ज़ीवाड़े के खेल में सौरभ त्रिपाठी ने सोशल मीडिया साईट एक्स पर ख़ुद को नगर विकास विभाग का विशेष सचिव घोषित किया था. लिंक्ड-इन और फेसबुक पर इस नटवरलाल ने ख़ुद को केंद्र सरकार के कैबिनेट सेक्रेट्रिएट में डायरेक्टर बताया था. फ़िलहाल लखनऊ पुलिस की गिरफ़्त में आए इस फ़र्ज़ी आईएएस से लगातार पूछताछ चल रही है. माना जा रहा है कि अभी कई नए खुलासे इस मामले में होंगे।.

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