- फरार मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल ने कोडीनयुक्त कफ सिरप मामले में लगाए आरोपों को झूठ करार दिया है.
- शुभम ने फैंसीडिल सिरप को नशीली या प्रतिबंधित दवा से अलग बताया और अपनी सफाई वीडियो में दी है.
- प्रवर्तन निदेशालय ने शुभम के घर नोटिस चस्पा किया है लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.
कोडिनयुक्त नशीले कफ सिरप मामले में फरार सरगना शुभम जायसवाल पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. एक तरफ उसने इलाहाबाद हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो वहीं दूसरी तरफ उसकी सफाई भी सामने आई है. कप सिरप मामले के मास्टरमाइंड शुभम ने एक वीडियो जारी कर पूरे मामले पर अपना पक्ष रखा है.
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फरार मास्टरमाइंड की सफाई
बता दें कि मास्टरमाइंड शुभम को एजेंसियां लगातार तलाश रही हैं लेकिन वह फरार चल रहा है. जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने उसके घर पर नोटिस भी चस्पा कर दिया है. लेकिन अब तक उसका कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है. इस बीच शुभम जायसवाल ने वीडियो जारी कर अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर सफाई दी है.
आरोपी शुभम की मीडिया और नेताओं से खास अपील
शुभम का कहना है कि पिछले एक महीने से न्यूज चैनल्स और सोशल मीडिया और बड़े-बड़े नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में उसके बारे में ये बोला जा रहा है कि उसने जहरीला सिरप बेचा है. वह इस तरह की दवाओं को खरीदता और बेचता था. उसकी तरफ से बेचे गए कप सिरप से बच्चों की मौत हुई है और भी कई तरह की बातें उसके बारे में फैलाई जा रही हैं.
मैंने ऐसा कुछ नहीं किया
संसद में भी ये बात उठाई गई है कि यूपी और बनारस में उसकी तरफ से ऐसी दवाएं बेची गई हैं, जो कि प्रतिबंधित हैं और नशीली हैं. शुभम का कहना है कि ये सभी बातें झूठ हैं. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत अन्य नेताओं ने भी कहा है कि उसने जहरीली दवाएं बेची हैं. खांसी है तो उस सिरप को न लें. शुभम ने सफाई देते हुए कहा कि मैंने ऐसा कोई काम नहीं किया है.
शुभम ने फैंसीडिल कप सिरप दिखाते हुए कहा कि यह एबर्ट हेल्थ केयर का है. यह एक मल्टीनेशनल कंपनी है.. यह कप सिरप न तो प्रतिबंधित है और न ही जहरीला है. न ही ये किसी भी तरह के नशे की श्रेणी में आता है. भृउसके पास सरकार की तरफ से जारी डॉक्युमेंट्स भी हैं. ये एक नॉर्मल कैटेगरी की दवा है. जिसे कफ होने पर लिया जाता है.
फैंसीडिल कप सिरप से नहीं हुई बच्चों की मौत
शुभम ने कहा कि जिस सिरप से बच्चों की मौत हुई थी, वह कोल्ड्रिफ कप सिरप है, जिसे दूसरी फार्मा कंपनी ने बनाया है.शुभम ने कहा कि फैंसीडिल और कोल्ड्रिफ दो अलग-अलग दवाएं हैं. फैंसीडिल एडल्ट की दवा है, जो कि बच्चों के लिए नहीं है. इसीलिए इस सिरप से किसी बच्चे की मौत नहीं हुई है. शुभम ने अखिलेश यादव से अपील करते हुए कहा कि इस तरह की बातें न फैलाएं और न ही लोगों को इस भ्रम में डालें कि यूपी या बनारस में ऐएसी दवा बेची गई, जिससे बच्चों की मौत हो गई.













