- कोडीन युक्त नशीले कफ सिरप तस्करी के मामले में शुभम जायसवाल ने इलाहाबाद HC से गिरफ्तारी से बचने की मांग की है.
- शुभम जायसवाल पर यूपी के कई जिलों में संगीन धाराओं और एनडीपीएस एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज हैं.
- वाराणसी में 28 आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है जिसमें शुभम जायसवाल और उसके पिता भी शामिल हैं.
कोडिन युक्त नशीले कफ सिरप सिंडिकेट के फरार सरगना शुभम जायसवाल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट का सहारा लिया है. गुरुवार को मामले पर सुनवाई हो सकती है. कफ सिरप की अवैध तस्करी मामले में यूपी में कई जिलों में एफआईआर दर्ज होने के बाद से शुभम जायसवाल फरार चल रहा है. वाराणसी और गाजियाबाद में दर्ज मामले में आरोपी शुभम ने गिरफ्तारी से बचने के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए एफआईआर को रद्द करने की मांग की है.
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इलाहाबाद HC से गिरफ्तारी से बचने की गुहार
शुभम जायसवाल की तरफ से दाखिल याचिका पर फिलहाल सुनवाई होनी है. उसके पिता भोला प्रसाद जायसवाल ने भी वाराणसी में दर्ज मामले को हाईकोर्ट में चुनौती दी है. कई अन्य आरोपियों ने भी इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करते हुए गुहार लगाई है. बता दें कि नकली कफ सिरप मामले में मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल के खिलाफ यूपी के वाराणसी, गाजियाबाद, जौनपुर, सोनभद्र, चंदौली, लखनऊ समेत कई शहरों में संगीन धाराओं समेत एनडीपीएस एक्ट में एफआईआर दर्ज हुई हैं. कफ सिरप मामले में अमित सिंह टाटा और सिपाही आलोक सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है.
15 नवंबर को दर्ज हुई थी FIR
बता दें कि प्रतिबंधित कफ सिरप की तस्करी मामले के सरगना शुभम के खिलाफ वाराणसी के कोतवाली थाने में 15 नवंबर 2025 को एनडीपीएस एक्ट की धारा 26(d) में एफआईआर दर्ज हुई थी. मामला ड्रग इंस्पेक्टर जुनाब अली ने दर्ज कराया था. ड्रग इंस्पेक्टर की तरफ से कोडीनयुक्त कफ सिरप की बिक्री को लेकर कई फर्म्स के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. FIR में कहा गया था कि कोडीन युक्त सिरप का गैर चिकित्सकीय प्रयोग नशे के रूप में किया जाता है. इसको अवैध तरीके से बेचा और खरीदा जा रहा था.
वाराणसी में इन लोगों पर दर्ज हुई FIR
वाराणसी में दर्ज एफआईआर में सरगना शुभम जायसवाल, उसके पिता भोला प्रसाद, तुषार अग्रवाल, नीरज सेठ, महेश कुमार लालवानी मनोज कुमार यादव, ऋषभ यादव, राजीव यादव, प्रतीक कुमार, धर्मेंद्र कुमार अग्रवाल, विवेक खन्ना, अल्पेश पटेल, मुकेश यादव, युगेन्द्र श्रीवास्तव, बीरेंद्र लाल वर्मा, दिलीप कुमार, महेश खैतान, दिवेश जायसवाल, विकाश सिंह, विनोद केसरवानी, अंकुश सिंह, प्रतीक मिश्रा, विशाल कुमार जायसवाल, नीरज कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, राहुल यादव, आदर्श पांडे और आनंद कुमार जायसवाल के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था. मामले में कुल 28 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
सरगना शुभम जायसवाल की दुबई में छिपे होने की बात सामने आ रही है. वहीं अब इस मामले में ईडी की एंट्री भी हो गई है. बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने शुभम जायसवाल के वाराणसी स्थित घर में नोटिस चस्पा किया. अरबों रुपये के कफ सिरप अवैध कारोबार के आरोपी शुभम और उसके पिता भोला जायसवाल की संपत्ति की जांच प्रवर्तन निदेशालय लखनऊ की टीम ने शुरू कर दी है.
शुभम जायसवाल के घर पर ED का नोटिस चस्पा
मनी लॉड्रिंग मामले में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद ईडी की टीम ने शुभम जायसवाल के मकान पर नोटिस चस्पा किया है. बता दें कि तीन दिन पहले ही शुभम के पिता भोला प्रसाद को सोनभद्र पुलिस ने कोलकाता के दमदम एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है. बाप-बेटे ने वाराणसी में दर्ज मामले में गिरफ्तारी पर रोक लगाने और एफ़आईआर को रद्द करने की इलाहाबाद हाईकोर्ट से गुहार लगाते हुए याचिका दाखिल की है. गाजियाबाद में भी दर्ज मामले में शुभम ने हाईकोर्ट का सहारा लिया है. गाजियाबाद में 4 नवंबर को नंदग्राम थाने में मामला दर्ज हुआ था. शुभम और उसके पिता की याचिका पर गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की डबल बेंच में सुनवाई होने की उम्मीद है.













