वंदे मातरम् पर चर्चा के दौरान उत्तर प्रदेश विधानसभा में CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति की. जिन्ना जबतक कांग्रेस में थे, वंदेमातरम कोई निर्णायक विवाद नही था. कांग्रेस छोड़ते ही जिन्ना ने इसे मुस्लिम लीग का औजार बनाया और गीत को जानबूझकर सांप्रदायिक रंग दिया. गीत वही रहा. लेकिन एजेंडा बदल गया.
CM योगी ने कहा कि 15 अक्टूबर 1937 को इसी लखनऊ से मों अली जिन्ना ने वंदेमातरम के विरुद्ध नारा बुलंद किया और उस समय कांग्रेस अध्यक्ष पंडित नेहरू थे. 20 अक्टूबर 1937 को नेहरू जी ने सुभाष चंद्र बोस जी को पत्र लिखा और कहा इसकी पृष्टभूमि मुस्लिमों को असहज कर रही है.
CM योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 26 अक्टूबर 1937 को कांग्रेस ने गीत के अंश को हटाने का निर्णय किया, इसको सद्भाव कहा गया, जबकि वास्तविकता में यह तुष्टिकरण की पहली आधिकारिक मिसाल थी. यह चर्चा इसलिए आवश्यक है कि इतिहास केवल तथ्य नही एक चेतावनी भी है, क्योंकि नई पीढ़ी को सच्चाई जानने का अधिकार होना चाहिए, क्योंकि राष्ट्रगीत एक गीत नहीं है. हम भारतीयों के लिए एक संस्कार भी है.
वहीं, कोडीन कफ सिरप मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह बात सबको पता है. माफिया से किसके संबंध हैं? शैली ट्रेडर्स के शुभम जायसवाल समाजवादी पार्टी की युवजन सभा के राज्य सचिव और वाराणसी के कैंट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अमित यादव के कारोबारी साझेदार हैं. उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा स्टॉक रखने वाला शुभम जायसवाल है, जो वाराणसी से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अमित यादव का कारोबारी साझेदार है. अमित यादव की तस्वीर अखिलेश यादव के साथ है. वह आपके पदाधिकारी हैं, और आप इस बात से इनकार नहीं कर सकते.














