- यमुना एक्सप्रेसवे पर जेवर एयरपोर्ट के पास अवैध कब्जे वाली जमीन पर बुलडोजर कार्रवाई की है.
- लगभग 4 लाख वर्ग मीटर जमीन पर अवैध निर्माण ध्वस्त किया गया, जिसकी कीमत दो सौ करोड़ रुपये आंकी गई है.
- अवैध कॉलोनाइजरों ने सहाब नगर और गोपालगढ़ गांव में फर्जीवाड़ा कर लोगों से करोड़ों रुपये वसूल किए थे.
Bulldozer Action at Jewar Airport: दिल्ली-NCR में अपना मकान या जमीन होना यहां काम करने वाले देश-दुनिया के करोड़ों लोगों की चाहत होती है. लोगों की इसी चाहत ने दिल्ली-NCR में अवैध बिल्डर, प्लॉटरों के संगठित गिरोहों को खड़ा किया है. दिल्ली-एनसीआर की हर गली में ऐसे ढेरों लोग आपको मिल जाते हैं. जिनकी रोजी-रोटी जमीन, प्लॉट, मकान, खरीदे-बेचने और किराए पर लगाने जैसे कामों से ही चलता है. इन दिनों जेवर एयरपोर्ट के आस-पास का इलाका सबसे अधिक डिमांड वाली है. जाहिर है इस इलाके में फर्जीवाड़ा भी जमकर हो रहा है. ऐसे ही फर्जीवाड़ों पर एक बड़ी नकेल शुक्रवार को कसी गई.
जेवर एयरपोर्ट के पास करोड़ों की जमीन पर चला बुलडोजर
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट के पास बड़ी कार्रवाई करते हुए अपनी अधिसूचित जमीन को कॉलोनाइजरों से कब्जामुक्त कराया है. यमुना प्राधिकरण ने करीब 4 लाख वर्ग मीटर जमीन पर चल रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया है. जिसकी कीमत 200 करोड़ों रुपये बताई जा रही है.
अवैध रूप से प्लॉटिंग, लोगों को गुमराह कर वसूल करे थे करोड़ों
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार यह जमीन जेवर थाना क्षेत्र के सहाब नगर और गोपालगढ़ गांव में स्थित है. कॉलोनाइजर पिछले कुछ समय से इस जमीन पर अवैध रूप से प्लॉटिंग कर रहे थे और लोगों को गुमराह कर करोड़ों वसूल रहे थे. प्राधिकरण को इसकी जानकारी मिलने के बाद ये अभियान चलाया गया.
एक दर्जन बुलडोजर और बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी में चला अभियान
यमुना प्राधिकरण ने करीब एक दर्जन से अधिक बुलडोजरों का इस्तेमाल किया और भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर तैनात रहा. पुलिस की मौजूदगी में अवैध रूप से बनाई गई कॉलोनी, बाउंड्री वॉल और अन्य निर्माण को पूरी तरह से हटा दिया गया है.
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है प्राधिकरण की जमीन पर किसी भी तरह के अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी. इस कारवाई से कॉलोनाइजरों में हड़कंप मच गया है.
जमीन-मकान लेने से पहले सभी दस्तावेजों की जांच जरूरी
प्राधिकरण की यह कार्रवाई उन लोगों के लिए आंखें खोलने वाली है, जो दिल्ली-एनसीआर में कहीं जमीन-प्लॉट आदि खरीदने की सोच रहे हैं. यदि आप दिल्ली-एनसीआर में कही जमीन खरीदने की सोच रहे हैं तो सभी जरूरी दस्तावेजों की अच्छे से पड़ताल कर लें. ऐसा ना हो कि खून-पसीने का पैसा लगाने के बाद बाद में आपको पछताना पड़े.
रिपोर्ट - नरेंद्र ठाकुर
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