- मुजफ्फरनगर में भाजपा नेताओं ने फर्जी पुलिस मुठभेड़ का विरोध करते हुए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
- पुलिस ने मुठभेड़ में घायल रॉबिन को गिरफ्तार किया और उसके पास से तमंचा तथा चोरी की बाइक मिलने का दावा किया.
- भाजपा नेताओं ने मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के स्थानीय नेताओं ने बुधवार को बुढ़ाना कस्बे में एक पंचायत बुलाई और कथित फर्जी पुलिस मुठभेड़ का विरोध करते हुए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. भाजपा के स्थानीय नेताओं ने पार्टी के एक कार्यकर्ता के चचेरे भाई को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार करने में शामिल अधिकारियों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन भी किया. पुलिस ने बताया कि रॉबिन नाम के एक व्यक्ति को मंगलवार को मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया.
मुठभेड़ में घायल रॉबिन से तमंचा मिलने का दावा
पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से घायल रॉबिन के पास से एक तमंचा और चोरी की मोटरसाइकिल बरामद करने का दावा किया. रॉबिन की गिरफ्तारी के विरोध में उसके भाई और भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष मोनू ठाकुर, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रामनाथ सिंह, भाजपा के पूर्व विधायक उमेश मलिक और भाजपा के जिला किसान मोर्चा के अध्यक्ष राजू अहलावत सहित कई पदाधिकारियों ने प्रदर्शन किया.
भाजपा नेताओं ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताया
भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मुठभेड़ को फर्जी बताया और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि अपर पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण प्रजापत की देखरेख में एक विशेष टीम गठित की गई है, जिसमें दो क्षेत्राधिकारियों को तीन दिनों के भीतर जांच पूरी करने का काम सौंपा गया है.
बाइक लूट की शिकायत पर डकैती के मामला दर्ज
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आदित्य बंसल ने संवाददाताओं को बताया कि जांच से मुठभेड़ की परिस्थितियों का पता चलेगा. बुढ़ाना थानाक्षेत्र के कुरथल गांव के पास मंगलवार को मोटरसाइकिल लूट की शिकायत के बाद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) और 309 (डकैती) के तहत मामला दर्ज किया था.
मंगलवार रात से ही शुरू हो गया था बवाल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बीजेपी नेताओं द्वारा दिए गए धरने के बाद एसपी सिटी के नेतृत्व में एक जांच समिति गठित कर दी गई है, जिसके बाद ही कोई कार्रवाई होगी. इस मुद्दे को लेकर मंगलवार रात से ही बवाल शुरू हो गया। बुधवार को बुढ़ाना डाक बंगले पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की पंचायत बुलाई थी.