- भाजपा के पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव ने महाराष्ट्र में हिंदी भाषा विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
- उन्होंने कहा कि भाषा विवाद नहीं होना चाहिए, भारत की पहचान अनेकता में एकता है.
- निरहुआ ने राज ठाकरे के हिंदी थोपने वाले बयान का जवाब देते हुए कहा कि ऐसा प्रयास गलत है.
- हर व्यक्ति को अपनी पहचान पर गर्व होना चाहिए, पहचान छुपाने की जरूरत नहीं है.
यूपी के आजमगढ़ से पूर्व भाजपा सांसद व भोजपुरी फिल्म अभिनेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने महाराष्ट्र में हिन्दी भाषा को लेकर छिड़े विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि मैं भी उत्तर भारतीय हूं, मुझ पर हमला करो, गरीब आदमी पर काहे हमला कर रहे हो. भाषा को लेकर विवाद नहीं होना चाहिए. यहां अलग-अलग जाति, धर्म, संप्रदाय के लोग रहते हैं. यहां अनेकता में एकता है. यही भारत की पहचान है. इसको खराब करने की कोशिश गलत है.
भोजपुरी बड़ी प्यारी भाषा
गोरखपुर के एक सिनेमाहॉल में शनिवार को आजमगढ़ से पूर्व भाजपा सांसद दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ भोजपुरी फिल्म ‘हमार नाम है कन्हैया' के प्रमोशन में पूरी टीम के साथ आए. उन्होंने कहा कि मराठी भाषा बहुत प्यारी भाषा है. मराठी लोग भी जानते हैं कि भोजपुरी बड़ी प्यारी भाषा है. किसी की क्षमता है कि वो दो-चार भाषा सीख सके और बोल सके, तो अच्छी बात है. ये उसकी क्षमता पर निर्भर करता है. किसी पर जबरदस्ती दबाव नहीं बनाना चाहिए. कोई ऐसा करता है, तो वो गलत है.
राज ठाकरे को दिया जवाब
महाराष्ट्र में भाषा विवाद पर बीजेपी के पूर्व सांसद दिनेश लाल निरहुआ ने कहा कि यह विवाद भाषा को लेकर नहीं होना चाहिए .जो लोग यह कर रहे हैं, उनको यह समझना चाहिए कि भारत की खूबसूरती इसी में है .यहां अलग-अलग भाषा बोलने वाले लोग अलग-अलग धर्म, अलग-अलग संप्रदाय, अलग-अलग परंपराओं को मानने वाले लोग एक साथ रहते हैं. अनेकता में एकता यह भारत की पहचान है. इसको खराब करने की कोशिश गलत है. नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे के हिंदी भाषा थोपने वाले बयान पर निरहुआ ने कहा कि किसी राज्य पर हिंदी थोपने का प्रयास नहीं किया जा रहा. उनकी जो भाषा है, वह बोलते हैं. जो हमारी भाषा है, हम बोलते हैं. उन पर कोई क्यों थोपेगा?
कांवड़ यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की जो पहचान है, वो गर्व की बात है. हम अगर यहां यूपी में पैदा हुए. भोजपुरी भाषा में पैदा हुए. हम यादव के घर में पैदा हुए तो इसका मुझे गर्व है. हर किसी को अपनी पहचान पर गर्व होना चाहिए. पहचान छुपाने की क्या जरूरत है? अपनी पहचान बताना चाहिए. पूरी दुनिया में लोग भोजपुरी को देख रहे हैं, प्यार दे रहे हैं. आशीर्वाद दे रहे हैं.
अखिलेश यादव पर उठाए सवाल
आजमगढ़ में अखिलेश यादव के बनाए गए कार्यालय और मकान को लेकर दिनेश लाल निरहुआ ने कहा कि घर बहुत पहले बना हुआ है. मगर आते नहीं हैं . रहते नहीं हैं. जीतने के बाद भाग जाते हैं. निरहुआ ने अखिलेश को नसीहत देते हुए कहा कि जहां से जनता आपको चुनती है, आप उनके बीच में रहेंगे, उनकी बात सुनेंगे, तब तो कुछ कर पाएंगे .बीच-बीच में कभी-कभी वह (अखिलेश) आ जाते हैं. उनको वहां जाकर रहना चाहिए. जनता ने उनको मौका दिया है. दिनेश लाल निरहुआ ने कहा कि, आजमगढ़ की जनता ही कह रही है भारतीय जनता पार्टी ने बहुत काम किया है. सपा के लोग सिर्फ जाति के नाम पर बांटने की, मजहब के नाम पर नफरत की राजनीति करते हैं.