भाजपा के पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव ने महाराष्ट्र में हिंदी भाषा विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि भाषा विवाद नहीं होना चाहिए, भारत की पहचान अनेकता में एकता है. निरहुआ ने राज ठाकरे के हिंदी थोपने वाले बयान का जवाब देते हुए कहा कि ऐसा प्रयास गलत है. हर व्यक्ति को अपनी पहचान पर गर्व होना चाहिए, पहचान छुपाने की जरूरत नहीं है.