बांके बिहारी मंदिर में खत्म होगा वीआईपी कल्चर, दर्शन के समय में भी बदलाव ; यहां जानें सबकुछ

कमेटी ने यह भी तय किया कि वीआईपी दर्शन की पर्ची अब बंद की जाएगी. मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग गेट की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू की जाएगी. वर्तमान में तैनात निजी सुरक्षा कर्मचारियों को हटाकर रिटायर्ड सैनिकों या बेहतर सुरक्षा एजेंसी को नियुक्त करने पर सहमति बनी है.

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  • वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में वीआईपी एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी, यह निर्णय हाई पावर कमेटी ने लिया.
  • मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग गेट की व्यवस्था तुरंत लागू की जाएगी, सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव होगा.
  • दर्शन का समय गर्मी-सर्दी के अनुसार अलग-अलग निर्धारित किया गया है, जिसमें सुबह और शाम के आरती के समय शामिल हैं.
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वृंदावन, मथुरा:

भगवान कृष्ण की नगरी वृंदावन स्थित विश्व प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर में अब वीआईपी एंट्री पूरी तरह बंद कर दी जाएगी. सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी की चौथी बैठक में यह अहम निर्णय लिया गया. बैठक में मंदिर की अव्यवस्थित व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए कई बड़े फैसले लिए गए, जिनमें श्रद्धालुओं की सुरक्षा, एंट्री-एग्जिट व्यवस्था और दर्शन समय में बदलाव शामिल हैं.

दर्शन के समय में बदलाव: गर्मी और सर्दी के लिए अलग शेड्यूल

गर्मी के मौसम में दर्शन का समय

  • सुबह आरती: 7:00 से 7:15 बजे

  • दर्शन: 7:15 से 12:30 बजे

  • दोपहर आरती: 12:30 से 12:45 बजे

  • शाम दर्शन: 4:15 से 9:30 बजे

  • रात्रि आरती: 9:30 से 9:45 बजे

सर्दी के मौसम में दर्शन का समय

  • सुबह आरती: 8:00 से 8:15 बजे

  • दर्शन: 8:15 से 1:30 बजे

  • दोपहर आरती: 1:30 से 1:45 बजे

  • शाम दर्शन: 4:00 से 9:00 बजे

  • शयन आरती: 9:00 से 9:15 बजे

वीआईपी दर्शन पर्ची बंद, सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव
कमेटी ने यह भी तय किया कि वीआईपी दर्शन की पर्ची अब बंद की जाएगी. मंदिर में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग गेट की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू की जाएगी. वर्तमान में तैनात निजी सुरक्षा कर्मचारियों को हटाकर रिटायर्ड सैनिकों या बेहतर सुरक्षा एजेंसी को नियुक्त करने पर सहमति बनी है.

लाइव स्ट्रीमिंग से होंगे दर्शन, संपत्ति का विवरण मांगा गया
जो भक्त मंदिर नहीं आ सकते, उनके लिए दर्शन की लाइव स्ट्रीमिंग की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही मंदिर के पास मौजूद चल-अचल संपत्ति का विवरण 15 दिनों के भीतर समिति के सामने प्रस्तुत किया जाएगा. वर्ष 2013 से 2016 तक की अवधि का विशेष ऑडिट भी कराया जाएगा.

गर्भगृह के बगल के बंद कमरे की होगी जांच
मंदिर के गर्भगृह के पास स्थित बंद कमरे को खोलने के लिए एक विशेष कमेटी गठित की गई है. इसमें ऑडिटर, सिविल जज, एससीएम वृंदावन, क्षेत्र अधिकारी वृंदावन और गोस्वामी समाज के एक सदस्य शामिल होंगे. यह कमेटी कमरे को खोलकर वीडियोग्राफी कराएगी, इन्वेंटरी तैयार करेगी और संयुक्त हस्ताक्षर के साथ रिपोर्ट समिति को सौंपेगी.

सौरभ गौतम के इनपुट के साथ

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