बहराइच जिले में हुई हिंसा में अब तक 52 उपद्रवियों की गिरफ्तारी, कइयों के नेपाल भाग जाने का भी अंदेशा

बहराइच हिंसा को लेकर जांच कर रही पुलिस टीम को शक है कि आरोपी अब्दुल हमीद और उसके दो बेटे सरफ़राज़ और फहीम मौका पाकर नेपाल भाग गए.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान हंगामा

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में हुई हिंसा में अब तक 52 उपद्रवियों को गिरफ़्तार किया गया है. इसके अलावा दो और मुकदमे दर्ज किए गए हैं. साथ ही लापरवाही बरतने के आरोप में इलाक़े के सीओ रूपेंद्र कुमार गौड़ को सस्पेंड कर दिया गया है. बहराइच हिंसा को लेकर जांच कर रही पुलिस टीम को शक है कि आरोपी अब्दुल हमीद और उसके दो बेटे सरफ़राज़ और फहीम मौका पाकर नेपाल भाग गए. इसको लेकर पुलिस और एसटीएफ़ की टीमें लगातार तलाशी कर रही है.

प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान हंगामा

महसी तहसील के महाराजगंज इलाके में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान राम गोपाल मिश्रा (22) की हत्या के बाद जिले में तनाव बढ़ गया, जिसके बाद प्रदेश सरकार ने सचिव (गृह) संजीव गुप्ता और अमिताभ यश सहित शीर्ष अधिकारियों को बहराइच भेजा. सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें खूब वायरल हुईं, जिनमें अमिताश यश को हाथ में पिस्तौल लिए कुछ लोगों को खदेड़ते हुए देखा गया.

पुलिस अधिकारी ने हिंसक भीड़ को खदेड़ा

एक प्रत्यक्षदर्शी ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, “चारों तरफ से भीड़ जमा हो गई थी. एक जगह पर दो मोटरसाइकिल जला दीं गयीं जबकि दूसरी जगह पर दो अन्य वाहन जला दिए गए. यहीं पर अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने कदम बढ़ाया और नशे में धुत असामाजिक तत्वों का पीछा किया.” अमिताभ यश रात में भी पुलिसकर्मियों के साथ स्थिति का जायजा लेने के लिए सड़क के उसी हिस्से पर गए.

उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी ओपी सिंह ने सांप्रदायिक दंगों को रोकने के लिए नेतृत्व के महत्व और त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया. ओपी सिंह ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, “आगे आकर नेतृत्व करना बहुत महत्वपूर्ण है. जब पुलिस का कोई वरिष्ठ अधिकारी बल का नेतृत्व करता है तो वह पूरे तंत्र को सक्रिय कर देता है और आप कानून-व्यवस्था की स्थिति को बहाल करने की कोशिश में जुट जाते हैं और यही हुआ.”

उपद्रवियों की धरपकड़ की जारी

उत्तर प्रदेश के एक अन्य पूर्व डीजीपी और भाजपा के राज्‍यसभा सदस्‍य बृजलाल ने कहा कि जब अधिकारी नेतृत्व करता है तो बल का मनोबल बढ़ता है. अभिताभ यश ने बताया कि घटना में लिप्त उपद्रवियों की धरपकड़ की जा रही है. उन्होंने बताया कि उपद्रवियों का इतिहास खंगालने के लिए अतिक्ति टीम लगायी गयी है. वहीं उपद्रवियों के पिछले इतिहास को खंगालने के साथ-साथ उनके मुकदमों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है. पूरे शहर के साथ प्रभावित इलाकों में लगातार गश्त लगाई जा रही है.

बहराइच की पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने बताया कि अब तक 52 उपद्रवियों को जेल भेजा जा चुका है. उन्होंने बताया कि सोमवार और मंगलवार को 26-26 उपद्रवियों को जेल भेजा गया. शुक्ला ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में उच्च अधिकारियों के साथ लगातार गश्त की जा रही है.

Advertisement

( भाषा इनपुट्स के साथ )

Featured Video Of The Day
Abu Ghraib Torture Story: रूह कंपाने वाला Torture, 20 साल बाद हुआ इंसाफ! हुआ क्या था इराकी जेल में?
Topics mentioned in this article